जशपुर,टीम पत्रवार्ता,08 अप्रैल 2025
BY योगेश थवाईत
एकदिवसीय प्रवास में जशपुर दौरे पर पहुंचे जशपुर के प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने आज जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक में साफ और दो टूक शब्दों में कहा अधिकारी जनप्रतिनिधियों को ले कर चलें।
दरअसल भाजपा विधायक रायमुनि भगत समेत भाजपा पदाधिकारियों ने प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी से जशपुर नगर पालिका सीएमओ की जमकर शिकायत की।जिसके बाद ओपी चौधरी ने जिला प्रशासन की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों के बीच मिथुन की कहानी सुनाई।
क्या थी कहानी
दरअसल छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनते ही जनप्रतिनिधियों का वजन बढ़ना शुरु हो गया है। भाजपा कैडर बेस पार्टी है जिसके कारण हर कार्यकर्ता को संगठन में समानता का अधिकार मिलता है।अब अगर उस कार्यकर्ता की उपेक्षा होती है इसका सीधा मतलब सरकार की उपेक्षा।मंत्री ओपी चौधरी ने अधिकारियों के बीच समीक्षा बैठक में एक कहानी सुनाई।
प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने बड़े ही सुलझे हुए मंतव्य के साथ कहानी बताई और कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से क्या प्रतिक्रिया होती है आप इस कहानी से समझिए।
अब शुरु हुई कहानी त्रिपुरा की जहां भाजपा संगठन के लोग पिछले समय चुनाव प्रचार में गए हुए थे।यहां दौरे में ग्रामीणों के पास पहुंचकर जब भाजपा नेताओं ने ग्रामीणों से पूछा आप लोगों को राशन मिलता है।
तो ग्रामीणों ने कहा हां मिलता है।इतने में संगठन के नेता समझने लगे कि यहां शासन की योजनाएं क्रियान्वित हैं।अब बारी थी पूछने की आखिर ये राशन देता कौन है..?
तो ग्रामीणों ने कहा राशन तो मिथुन देता है।अब शुरू हुई खोज मिथुन की,आखिर ये मिथुन कौन है।अगल बगल संगठन के स्थानीय नेताओं से पूछा गया मिथुन आप हैं क्या सबने कहा हममें से कोई मिथुन नहीं है।मिथुन कोई बड़ा नेता होगा सोचे संगठन के लोग पर ऐसा नहीं था।
एक ग्रामीण ने संगठन के लोगों को बताया कि जो राशन दुकान चलाता है उसका नाम मिथुन है।हम तो बस मिथुन को जानते हैं नेता मंत्री से कोई वास्ता नहीं हमको।जो राशन देता है हमारा वोट भी उसी को जाएगा।
बस क्या था मिथुन का पता चलते ही नेताओं के पैर तले जमीन खिसक गई और तब पता चला कि नेता जनप्रतिनिधि की उपेक्षा का खामियाजा कैसे भुगतना पड़ता है।
प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने नगर पालिका सीएमओ योगेश्वर उपाध्याय को फटकार लगाते हुए कहा कि मिथुन वाला हाल न हो इसका ध्यान रखें जनप्रतिनिधियों को लेके चलें।
दरअसल कई शासकीय कार्यक्रमों में नगर पालिका सीएमओ समेत कई विभागीय अधिकारी जनप्रतिनिधियों की लगातार उपेक्षा कर रहे हैं जिसके कारण कई जनप्रतिनिधि नाराज चल रहे हैं।जिन कार्यकर्ताओं के दम पर छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी है उनकी उपेक्षा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समीक्षा बैठक में विधायक रायमुनि भगत ने कहानी के बीच साफ शब्दों में कहा कि जनप्रतिनिधियों को अधिकारी नहीं बुलाते और खुद ही सारा क्रेडिट ले लेते हैं।ऐसे में हमारे कार्यकर्ताओं का हाल भी कहानी के किरदार मिथुन जैसा न हो जाए इसका अधिकारी ध्यान रखें।
0 Comments