... सियासत : भाजपा को नहीं मिल रहे जिताऊ चेहरे,निकाय चुनाव के लिए अब तक तय नहीं हुए उम्मीदवार,नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर कशमकस में संगठन।

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सियासत : भाजपा को नहीं मिल रहे जिताऊ चेहरे,निकाय चुनाव के लिए अब तक तय नहीं हुए उम्मीदवार,नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर कशमकस में संगठन।


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,21 जनवरी 2025

त्रिस्तरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव की रणभेरी बजते ही कयासों का दौर शुरु हो चुका है।बात करें नगर पंचायत बगीचा की तो यहां भाजपा एकमत होकर उम्मीदवारों पर अब तक निर्णय नहीं कर पाई है।बड़ा सवाल यह है कि भाजपा संगठन जिस सिद्धांत पर चलते हुए पूरे देश में शासन कर रही है उन सिद्धांतों को दरकिनार कर अब जिताऊ चेहरे पर भाजपा का पूरा प्लान नजर आ रहा है।इससे सतत संगठन में कार्य करने वाले जमीनी चेहरे मायूस नजर आ रहे हैं।

नगर पंचायत बगीचा में अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी के लिए शोभापति दीवान पहला नाम था जिसे पार्टी के नेताओं ने साल भर पहले तैयारी करने का निर्देश दे दिया था।शोभापति दीवान कोरवा समाज की प्रबल दावेदार है जिसकी सामाजिक पकड़ काफी अच्छी है।महिलाओं के बीच नेतृत्व का अनुभव है। जिसे पार्टी सर्वे में कमजोर बताकर पार्टी ने दूसरे उम्मीदवार पर विचार करना शुरु कर दिया है।

बगीचा के स्थानीय नेताओं की बात करें तो हरिशंकर पैंकरा रिटायर्ड अधीक्षक हैं जिनके नाम की चर्चा चल है।वहीं प्रभात सिदाम के नाम पर भी पार्टी नेताओं का जोर है।इन दोनों के अलावा बलराम नागेश की प्रबल दावेदारी ने संगठन को असमंजस में डाल दिया है।बलराम पिछले पांच वर्षों तक राजनीति में सक्रिय रहे हैं।वहीं पूर्व में सरपंच के अलावा वार्ड 11 के पार्षद भी रह चुके हैं।

पिछले चुनाव में क्रॉस कोटिंग के कारण वे अध्यक्ष बनते बनते रह गए थे।इस बार अध्यक्ष का चुनाव जनता करने जा रही है जिसको लेकर उन्होंने संगठन को स्पष्ट कर दिया है कि वे नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए पहले प्रबल दावेदार हैं।

बलराम नागेश की छवि स्पष्ट एवं साफ सुथरी है जो सरल एवं मिलनसार होने के कारण लोकप्रिय भी हैं।

इधर प्रभात सिदाम पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं।पिछली बार महिला सीट होने के कारण उनकी पत्नी सविता सिडाम को पार्टी ने टिकट दिया था जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।पिछले दस वर्षों में राजनीतिक सक्रियता नगण्य होने के कारण संगठन इस पर बेहद गंभीर है।

बहरहाल 22 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरु हो रही है अब देखना होगा कि नगर पंचायत बगीचा में इस बार नगर सरकार किसकी बनती है।बड़ा सवाल यही सामने है कि जीत का सेहरा किसके सर सजता है और हार हुई तो ठिकरा किस पर फूटेगा।

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