जशपुर,टीम पत्रवार्ता,07 दिसम्बर 2024
जशपुर जिले में लगातार पर्यावरण को नष्ट करने की साजिश लकड़ी तस्कर कर रहे हैं।कुनकुरी के रेंगारघाट में महादेव बगीचा में पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है।मौके पर पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने पहुंचकर मामले की जानकारी प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय को फोन पर जानकारी देते हुए तत्काल कड़ी कार्यवाही की मांग की है।सीएम विष्णुदेव साय ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों कलिया में भी पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया था जिसमें मौके से मशीन जप्त कर तस्करों पर कार्यवाही की गई थी।इस बार मामला है कुनकुरी के रेंगारघाट का जहां सूचना मिली की कोई महिला महादेव बगीचा में पेड़ों की कटाई करा रही है।मौके पर जब तक पूर्व मंत्री पहुंच पाते आधुनिक मशीनों ने लगभग 17 पेड़ों को काटकर गिरा दिया था।
पूर्व मंत्री गणेश राम भगत कहते हैं कि एक ओर पूरे देश में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक पेड़ मां के नाम लगाने की कवायद चल रही है वहीं दूसरी ओर पेड़ों को निर्ममता से काटा जाना पीएम मोदी का अपमान है।
मौके पर पहुंचते ही पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने तत्काल इस कटाई को रोकते हुए इसकी जानकारी शासन प्रशासन को दी।मौके पर कुनकुरी नायब तहसीलदार और वन विभाग के कर्मचारी पहुंचे जहां जांच करने पर चौंकाने वाली बात सामने आई।
दरअसल महादेव बगीचा में जिस निजी भूमि पर पेड़ काटे जा रहे थे उसके लिए 10 पेड़ों की अनुमति एसडीएम कोर्ट से जारी की गई थी।जबकि भूमिस्वामी ने पेड़ों की कटाई के लिए कभी आवेदन ही नहीं दिया।
लकड़ी तस्करी में संलिप्त महिला ने पूर्व में भूमिस्वामी से पेड़ों की कटाई की बात कही थी जिसमें भूमिस्वामी ने कहा था सूखे पेड़ों की अनुमति लेकर पेड़ काट लें।
यहां एसडीएम की स्वीकृति से पहले न तो राजस्व अमले से कोई मत लिया गया न ही वन विभाग का कोई प्रतिवेदन लिया गया।वहीं दस पेड़ों के अवैध परमिशन पर 17 पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई।
मौके से ही पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने मुख्यमंत्री विष्णु साय को फोन पर घटना की जानकारी दी और जशपुर के पर्यावरण को लेकर उन्होंने चिंता व्यक्त की।मामले में श्री साय ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
फिलहाल मौके पर पहुंचे कुनकुरी नायब तहसीलदार ने लकड़ियों को जप्त कर वनविभाग के सुपुर्द किया है।वहीं पुलिस संबंधितों के बयान ले रही है जिसके बाद मामले में बड़ी कार्यवाही की बात सामने आ रही है।
पर्यावरण प्रेमी रामप्रकाश पांडेय ने बताया कि जिन 10 पेड़ों को काटने की स्वीकृति एसडीएम से ली गई है वह भी अवैध है।एक बड़े षडयंत्र के तहत सुनियोजित तरीके से जशपुर जिले के पर्यावरण को नष्ट करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।उन्होंने बताया कि जिस महादेव बगीचा में पेड़ों की अवैध कटाई की गई है वह लोगों की आस्था का केंद्र है ग्रामीण उसे देवस्थल मानकर उसकी पूजा करते हैं।ऐसे में यहां पेड़ों की काटे जाने की अनुमति देना बेहद गलत है।
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