जशपुर,टीम पत्रवार्ता,12 दिसंबर 2024
आप भी सतर्क हो जाएं।आपको लगता है कि आप अपराध करके बच जाएंगे तो आपको सावधान होने की जरूरत है।जशपुर पुलिस की सायबर टीम लगातार आधुनिक उपकरणों के साथ अपराध पर नियंत्रण के लिए सतत कार्य कर रही है।बिहार से ठगी की इस बड़ी घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों तक जशपुर पुलिस पहुंच ही गई।उन्हें पटना से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
जशपुर के बड़े कॉन्ट्रेक्टर कनक कुमार चंडालिया ने कोतवाली में शिकायत की थी कि उन्होंने कामधेनु सरिया के डीलरशीप के लिए गूगल पर नंबर सर्च किया और उसमें बात किया जिस पर उन्हें बताया गया कि आपसे अंकित शर्मा नाम का व्यक्ति बात करेगा जो कि रायगढ़ व जशपुर का कार्य करता है।
जिसके 10 मिनट बाद उधर से अंकित शर्मा नाम के व्यक्ति द्वारा मुझे फोन कर मुझसे आधार कार्ड, पेनकार्ड, दुकान की फोटो, फर्म की जीएसटी व 01 कैंसल चेक की फोटोकापी व्हाट्सअप करने हेतु कहा गया।कनक ने उसको व्हाट्सअप कर दिया। फिर उसके द्वारा कहा गया कि आपका डीलरशिप हेतु चयन हो गया है।इसके बाद नौ लाख 25 हजार ठगों ने वसूल लिए।जब कामधेनु सरिया के दिल्ली हेड ऑफिस में बात किया गया तो पता चला कि आप ठगे जा चुके हैं।
मामले में सिटी कोतवाली जशपुर में बीएनएस की धारा 318 (04) 03(05) अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही थी कि इसी दौरान सायबर सेल की सहायता से खाता ट्रांजेक्सन व मोबाइल सर्विलांस के आधार पर संदेही आरोपियों का सुराग मिला और एसपी शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम पटना (बिहार) भेजी गई। जहां से पाटलीपुत्र पटना के किराये के मकान से ,
1. नाबालिग सहित कुल 06 आरोपियों को हिरास्त में लिया गया जिनमें मनीष उम्र 21 वर्ष निवासी-मालती थाना अस्थमा (नालंदा)बिहार,
2.रूदल उम्र 20 वर्ष निवासी-मालती थाना अस्थमा नालंदा बिहार),
3.राजन उम्र 19 वर्ष निवासी-मालती थाना अस्थमा नालंदा, बिहार),
4.विशाल उम्र 22 वर्ष निवासी-मालती थाना अस्थमा नालंदा, बिहार) ,
5.अजीत उम्र 19 वर्ष, निवासी-सुजानविधा थाना-अस्थमा नालंदा (बिहार),
6. एक नाबालिग बालक शामिल हैं। मुख्य आरोपी रोशन यादव उम्र 20 वर्ष निवासी कबीरपुर थाना मानपुर नालंदा (बिहार) के फरार होने से उसकी लगातार पतासाजी की जा रही है।
आरोपियों से पासबुक व मोबाइल जप्त की गई है। पासबुक व रकम लेनदेन के संबंध में जशपुर पुलिस द्वारा सघन जांच की जा रही है। जिसके आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जावेगी। गिरफ्तार आरोेपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि मुख्य आरोपी जो कि फरार है उसके द्वारा आरोपियों से खाता की जानकारी लेकर उनका एटीएम, पासबुक व पासबुक से लिंक मोबाइल सिम को अपने पास रखता था जिसकी एवज में उन्हें प्रति ट्रांजेक्शन 5,000/-रूपये देने की बात हुई थी। मुख्य आरोपी रोशन यादव द्वारा रकम को स्वयं एटीएम व आनलाइन बैंकिंग के माध्यम से निकाल लिया जाता था।
मामले की विवेचना व कार्यवाही में डीएसपी अजाक/क्राइम भावेश समरथ,थाना सिटी कोतवाली जशपुर से निरीक्षक रवि शंकर तिवारी, एएसआई चन्द्रप्रकाश त्रिपाठी, आरक्षक बसंत खुटिया, आरक्षक तुलसी रात्रे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
पुलिस अधीक्षक जशपुर शशिमोहन सिंह (भा. पु.से) ने कहा कि ठगी के आरोपियों को गिरफ्तार कर लाया गया है, मुख्य आरोपी की तलाश जारी है, शीघ्र ही कार्यवाही की जावेगी। साथ ही आम जनता से अपील की , कि रुपए से संबंधित ठगी से बचने के लिए जागरूक होना अति आवश्यक है, अनावश्यक अपने खाते से संबंधित जानकारी किसी को ना दे, आवश्यक होने पर व्यक्ति के संबंध में पूरी जानकारी होने पर ही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करे। अज्ञात व्यक्ति को ओ टी पी शेयर ना करे। साइबर जागरूकता से इस प्रकार की ठगी से बचा जा सकता है।
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