जशपुर,टीम पत्रवार्ता,05 दिसंबर 2024
जशपुर के सन्ना थाना क्षेत्र में बीते दिनों मृतक श्रवण यादव की मौत ने समाज को आईना दिखाने का काम किया है।जहां समाज का नाम लेकर दंड के नाम पर आरोपियों ने न केवल पैसे की अवैध वसूली की बल्कि मृतक श्रवण पर इस कदर जुल्म ढाया कि वह कर्ज के बोझ तले दबता गया और अंत में फेसबुक पर मौत के जिम्मेदारों का नाम डालकर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
मृतक श्रवण ने मौत से पहले अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया जिसमें उसने लिखा
मेरे मौत का जिम्मेदार तुम ही हो।उतने दिन एश की और दो लाख पैसा लेके पैसा देना बोल के पैसा भी नहीं दी।सभी समाज से निवेदन है कि दो लाख दिया हूं और पहले का पचास हजार बलवंत को दिया हूं।तीस हजार का शादी सिंगार और नगदी बारह हजार रखने के लिए दिया हूं।सभी पैसा को मेरे घरवालों को वापस दिलवा दीजिएगा।पैसा लेने वाले श्रवण सचिव, मंजीत का बाप,जगतपाल, कृष्णा,राम कुमार यादव सचिव,बलवंत यादव,जगत के गुरु बाबा मेरे ऊपर बहुत भारी कर्ज में डाल कर तुम लोगों ने मेरे घर को बर्बाद कर दिया।
मेरे सभी दोस्तों को सॉरी मैं अपनी जिंदगी तुम लोगों के साथ नहीं बिता पाया और बड़े पहुना और छोटे पहुंना को बता के जा रहा हूं कि मेरे घर को आप लोग देखिएगा दुकान को संभालिएगा या कैसे भी कीजिये मैं अब इस दुनिया में नहीं रहूंगा सभी को संभालिए।
हालांकि कि मामला सामने आने के बाद सन्ना पुलिस ने तत्काल मामले में चार लोगों पर मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।उक्त मामले में जगतपाल यादव,बलवंत यादव,श्रवण यादव सचिव,पृथ्वीचंद यादव के विरुद्ध पुलिस ने नामजद एफआईआर किया है।पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने या मजबूर करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
जिनपर मामला दर्ज हुआ है उनमें जगतपाल यादव महिला के पिता हैं।बलवंत यादव महिला के पति हैं।श्रवण यादव सचिव एवं पृथ्वी चंद मामा हैं।उल्लेखनीय है कि पैसा लेने वाले में प्रमुखतः श्रवण यादव सचिव का नाम है।पूर्व में श्रवण यादव सचिव पर शराबखोरी का मामला सामने आया था जो काफी सुर्खियों में था।
सन्ना थाना प्रभारी बृजेश यादव ने बताया कि उक्त मामले में पुलिस पूरी संजीदगी से कार्य कर रही है।मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है।आरोपियों की पातासाजी की जा रही है।
इधर जिले के एसपी शशि मोहन सिंह स्वयं इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।जिले में यह मामला बेहद संवेदनशील है जिसको लेकर पुलिस बेहद गंभीर बनी हुई है।पीड़ित परिवार इस आस में है कि उसे न्याय मिले।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक सन्ना में फल सब्जी बेचने का काम करता था जिसका गांव में किसी विवाहित महिला से प्रेम संबंध था।दोनों को महिला के घरवालों ने देख लिया था जिसके बाद मृतक के साथ मारपीट की गई और सामाजिक बैठक कर मामले में मृतक श्रवण पर अर्थदंड लगाया गया।
मृतक के परिजनों ने बताया कि अगस्त माह में जगतपाल के घर में बैठक हुई जिसमें सारे आरोपी मौजूद थे।जहां इस कदर मृतक श्रवण को अपमानित किया गया कि उसको अपनी पत्नी के पैर छूने पर मजबूर कर दिया गया।इतना ही नहीं कथित समाज के ठेकेदारों ने उसपर पांच लाख का अर्थ दंड लगा दिया।हालांकि दंड की राशि कम करते हुए दो लाख रुपया वसूल किया गया।
आरोपियों ने दंड की राशि तीसरे व्यक्ति से चेक के माध्यम से ली वहीं कुछ पैसे मृतक ने कर्ज लेकर अदा किया।इसके बावजूद लगातार पैसे मांगने का दौर जारी रहा जिसके बाद मृतक श्रवण मानसिक अवसाद में चला गया और अंततः उसने खुदकुशी कर ली।
बहरहाल ऐसे कुत्सित कथित सामाजिक ठेकेदारों पर कानून का शिकंजा कसना जरुरी है जिससे कोई श्रवण कभी न तो परेशान हो और न ही उसे अपनी जिंदगी गंवानी पड़े।
"मामले में चार लोगों के विरुद्ध नामजद एफआईआर किया गया है।आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई है जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।विवेचना के दौरान और भी नाम सामने आने पर उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा।फेसबुक पोस्ट डिलीट होने के मामले में टेक्निकल टीम जांच कर रही है।"
दिलीप कोसले,एसडीओपी बगीचा
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