रायपुर, टीम पत्रवार्ता,03 अक्टूबर 2024
श्रीमती दुरपति राठिया कच्चे मकान में रहकर रोजी-मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करती थी। पक्का आवास बनाने के लिए वह पाई-पाई जोड़कर रकम जमा की थी। लेकिन उन्हे पक्के आवास के लिए जोड़े पैसे बेटे की शादी में खर्च करना पड़ा। विधवा महिला के लिए अब पक्का आवास बनाना मानो असंभव सा लगने लगा। तभी पीएम आवास योजना ने उनके पक्के घर के इरादे को बल दिया और आज दुरपति का कच्चा मकान पक्के मकान में तब्दील हो गया है।
रायगढ़ जिला अंतर्गत तमनार विकासखण्ड के ग्राम पंचायत महलोई जो कि जनपद मुख्यालय से 07 कि.मी. एवं जिला से लगभग 30 कि.मी. दूरी पर स्थित है। हितग्राही दूरपति राठिया विधवा एकल महिला है, जो कि मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करती है। इन्हीं कमाएं हुए पैसों से अपने लड़के का भी विवाह भी किया। जिससे पक्का आवास बनाना उनके लिए अब लगभग असंभव था। कच्चा मकान होने के कारण आशियाने की चिंता बनी रहती है। कच्चे मिट्टी के मकान जिसमें बरसात में पानी टपकता रहता था, विषैले जीव-जंतुओं का भी खतरा बना रहता था। वहीं बरसात के दिनों में घर में पानी घुसने के साथ ही गंदगी फैलने से रहने में काफी असुविधा होती थी।
कच्चा मकान बनाकर अपना जीवन यापन करने वाली दुरपति राठिया का भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत आवास स्वीकृत होने से उनके चेहरे पर खुशी स्पष्ट दिखने लगी। जब उन्हें शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत पक्का आवास निर्माण हेतु सहायता राशि प्राप्त होना बताया गया तो वह खुशी से फुले नहीं समाये। इस प्रकार दूरपति राठिया अपने पुराने कच्चे मिट्टी के घर को छोड़कर पक्के प्रधानमंत्री आवास में निवासरत है। पक्का मकान मिलने से अब वह बहुत खुश हैं। उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए शासन-प्रशासन को अपना धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार द्वारा शहरी गरीबों एवं निम्न आय वर्ग के लोगों को किफायती आवास उपलब्ध कराने की पहल है। जिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में योजना का बेहतर संचालन के फलस्वरूप आज छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में आवास स्वीकृत होने के साथ ही लोगों को आवास उपलब्ध हो रहा है।
0 Comments