जशपुर,टीम पत्रवार्ता,23 सितंबर 2024
जशपुर जिले के सन्ना क्षेत्र में किसान ग्राम पंचायत के सचिव से खासे नाराज दिखे।दरअसल जिस सचिव पर ग्राम पंचायत की जवाबदेही होती है उस सचिव के द्वारा सैकड़ों किसानों से दुर्व्यवहार करना किसानों को नागवार गुजरा और उन्होंने प्रशासन को पूर्व सूचना देते हुए कल सन्ना में दो घंटों तक चक्काजाम कर दिया।हालांकि प्रशासन की समझाईश व मांगों पर कार्यवाही की बात से किसानों ने आंदोलन समाप्त कर लिया।
फिलहाल सचिव राजेंद्र यादव के दुर्व्यवहार से सन्ना में जो स्थिति निर्मित हुई है वह शासन प्रशासन के लिए बेहद चिंताजनक है।जब तक ग्राम पंचायत के कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों का ग्रामीणों से सामंजस्य नहीं होगा गांव का विकास संभव नहीं।वहीं सन्ना बेहद संवेदनशील क्षेत्र है जहां ऐसे मामलों पर ग्रामीण सड़कों पर उतरने में देर नहीं करते।
उल्लेखनीय है कि सन्ना क्षेत्र के किसानों ने आवेदन दिनांक 23/08/2024 का ग्राम सभा बैठक दिनांक 25/08/2024 के प्रस्तावित अनुमोदन से आहत होकर सन्ना में चक्काजाम कर आंदोलन किया था।जिसमें उनकी मांगे थी।
(1) ग्राम पंचायत सन्ना से सचिव राजेन्द्र यादव को हटाया जाए।
(2) आवारा छोड़े गए पशु मालिकों पर और आवारा पशुओं पर तत्काल कार्यवाही किया जाए।
(3) फसल नुकसान हुए किसान को मुवाअजा दिया जाए।
मामले में जब प्रशासन से किसानों से बात की तो उनका दर्द सामने आ गया।किसानों का कहना था कि जो निर्णय ग्राम सभा में लिया गया था उसका सचिव ने क्रियान्वयन नहीं कराया।और जब इस मुद्दे पर उन्होंने बता की तो उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ।
वाकई ग्रामीण क्षेत्रों में सचिव अगर ग्रामवासियों से दुर्व्यवहार करने लगे तो जो शासकीय योजनाएं हैं वे ग्रामीणों तक कैसे पहुंचेगी।जिला प्रशासन को गंभीरता से ऐसे मामलों पर विचार कर कार्यवाही करने की आवश्यकता है जिससे जैसे निरंकुश कर्मचारियों पर अंकुश लगाया जा सके।
बहरहाल सन्ना तहसीलदार ऋतु राज सिंह के काफी समझाईश और किसानों की उक्त मांगों को मानने के आश्वासन के बाद अंततः सन्ना के किसानों ने चक्का जाम हटाया और आंदोलन समाप्त किया।
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