जशपुर,टीम पत्रवार्ता,30 अगस्त 2024
जशपुर की शांत आबोहवा में एक बार फिर से सामाजिक समरसता को बिगाड़ने का प्रयास शुरु हो गया है।किसी भी हालत में यहां के शांत वातावरण में बाहरी व्यक्तियों को जहर घोलने नहीं दिया जाएगा।उक्त बातें जशपुर विधायक रायमुनि भगत ने कहीं।उल्लेखनीय है कि स्थानीय हिंदू उरांव समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए विधायक रायमुनि भगत की अध्यक्षता में आज दीपू बगीचा सरना स्थल में सामाजिक बैठक का आयोजन किया गया था।जिसमें स्थानीय हिंदू उरांव समाज के लोग शामिल हुए।
उक्त बैठक में सबसे पहले यह स्पष्ट किया गया कि दीपू बगीचा जो सरना पूजा स्थल है उस स्थल को सील नहीं किया गया है। दीपू बगीचा सरना पूजा स्थल के मुख्य गेट पर प्रशासन के द्वारा कोई ताला एवं सील नहीं लगाया गया है, जबकि राजी पड़हा के पदाधिकारीयों के द्वारा स्वयं से मुख्य गेट मे ताला लगाकर यह अफवाह फैलाया गया है कि प्रशासन के द्वारा दीपू बगीचा के मुख्य गेट पर ताला एवं सील लगाया गया है।
दरअसल प्रशासन की जांच में यह पाया गया कि उक्त स्थल के अंदर कुछ लोगों के द्वारा अवैध रूप से छात्रावास का संचालन किया जा रहा था जिसमें नाबालिग लड़के एवं लड़कियों को एक ही कमरा में रखा जा रहा था।
प्रशासन के द्वारा जब जांच किया गया,तब यह पाया गया कि लड़के लड़कियों को बिना कोई समूचित व्यवस्था से रखा जा रहा था और छात्रावास संचालन किये जाने का प्रशासन से कोई अनुमति नहीं लिया गया था जिसके कारण प्रशासन के द्वारा छात्रावास को बंद करा दिया।
स्थानीय हिंदू उरांव समाज के द्वारा आज उक्त स्थल में बैठक कर यह निर्णय लिया गया कि दिनांक 03.09.2024 दिन मंगलवार को होने वाली जन आक्रोश महारैली में आयोजन का कोई औचित्य नहीं है।राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा द्वारा जशपुर में 3 सितम्बर 2024 को होने वाली जन-आक्रोश महारैली को रोके जाने के लिए स्थानीय हिंदू उरांव समाज के लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
उक्त ज्ञापन में उल्लेख है कि 03.09.2024 को आयोजित जन-आक्रोश महारैली मे सरना प्रार्थना सना के तथाकथित अंतर्राष्ट्रीय धर्मगुरू बंधन तिग्गा रांची झारखण्ड निवासी को बतौर अतिथि बुलाया गया है, जिसका सामाजिक गतिविधि से जशपुर जैसे शांत महौल में अशान्ति फैलने और सामाजिक सौहाद्रता बिगडने की पूरा संभावना है इसलिए जन-आक्रोश रैली नही होना चाहिए।
बहरहाल अब देखना होगा कि प्रशासन इसपर क्या कार्यवाही करती है।
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