... ब्रेकिंग जशपुर : सन्ना में बड़े आंदोलन की तैयारी,पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के नेतृत्व में जनजाति सुरक्षा मंच उतरेगा सड़कों पर,करलू कोरवा की भूमि में मिशन संस्था के द्वारा चर्च और स्कूल बनाए जाने का मामला समझिए पूरा मामला आखिर क्यों आक्रोशित हैं लोग.?

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ब्रेकिंग जशपुर : सन्ना में बड़े आंदोलन की तैयारी,पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के नेतृत्व में जनजाति सुरक्षा मंच उतरेगा सड़कों पर,करलू कोरवा की भूमि में मिशन संस्था के द्वारा चर्च और स्कूल बनाए जाने का मामला समझिए पूरा मामला आखिर क्यों आक्रोशित हैं लोग.?

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,01मार्च 2024

जशपुर के सन्ना में पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के नेतृत्व में जनजातीय सुरक्षा मंच के बैनर तले बड़े आंदोलन की तैयारी चल रही है।आगामी 7 मार्च को आदिवासी वनवासी समाज सड़कों पर उतरकर अपने अधिकार हक की मांग करने जा रहा है। सन्ना में करलू कोरवा की जमीन पर मिशन संस्था के द्वारा मिशन स्कूल और चर्च बनाये जाने के मामले में जनजातीय समुदाय ने सन्ना तहसील का घेराव करने का कार्यक्रम सुनिश्चित किया है।लगातार कब्जा दिलाए जाने की मांग करने के बावजूद अब तक करलू कोरवा को उसकी जमीन नहीं मिल पाई है जिससे लोग नाराज हैं।

अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया है।मामला जशपुर जिले के सुदूर सन्ना क्षेत्र के खेड़ार भैंसडीपा गांव का है जहां बीते कुछ वर्ष पहले करलू कोरवा नाम के व्यक्ति के पूर्वजों की लगभग 4 एकड़ की भूमि पर छल पूर्वक गलत तरीके से अवैध रूप से मिशन स्कूल सह चर्च का निर्माण कर दिया गया है।

जिसके बाद पीड़ित करलू कोरवा ने मामले को लेकर पूर्व मंत्री गणेश राम भगत से गुहार लगाई जिस पर पूर्व मंत्री ने करलू कोरवा के लिए निःशुल्क अधिवक्ता के रूप में जनजाति सुरक्षा मंच के विधिक सलाहकार रामप्रकाश पाण्डे को मामले की जानकारी दे कर न्यायालय के शरण में भेजा। 

उक्त मामले में अधिवक्ता रामप्रकाश पाण्डे के द्वारा करलू कोरवा के हक में केस लड़ा गया और अंत मे 4 अगस्त 2023 को न्यायालय कलेक्टर ने उक्त मामले में फैसला देते हुए कहा कि उक्त भूमि को छल पूर्वक अनावेदक गण के द्वारा लिया गया है जिसे 15 दिवस के भीतर अधीनस्थ न्यायालय राजस्व अभिलेख दुरस्त करते हुए वाद भूमि पर करलू कोरवा का नाम दर्ज करते हुए मौके पर कब्जा सौंपने की कार्यवाही करें।

उक्त आदेश के छः माह बीतने के बावजूद भी अधीनस्थ न्यायलय ने कोई कार्यवाही नहीं की और अंत मे बीते 18 फरवरी 2024 को अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत और पूरी टीम के द्वारा सन्ना में वनवासी समाज के हजारों लोगों के साथ आन्दोलन करते हुए रैली और धरना प्रदर्शन किया गया और प्रशासन को चेतावनी देते हुए उक्त सभा में कहा गया कि 15 दिवस के भीतर करलू कोरवा का नाम चढ़ाते हुए कब्जा दिया जाए। अन्यथा फिर तहसील कार्यालय का घेराव करेंगे। 

हालांकि आन्दोलन के दूसरे दिन ही प्रशासन ने अभिलेख दुरस्त करते हुए करलू कोरवा का नाम उक्त भूमि पर चढ़ा दिया।इसके बावजूद अब तक करलू कोरवा को कब्जा नहीं सौंपा गया है।जिसे लेकर जनजाति सुरक्षा मंच ने एसडीएम बगीचा को फिर एक आवेदन दे कर हलचल मचा दिया है।

जनजाति सुरक्षा मंच की जिला अध्यक्ष नयु राम भगत ने बताया कि बीते दिनों उनके द्वारा अनुविभागिय अधिकारी बगीचा को सूचना दिया गया है कि आने वाले 7 मार्च दिन गुरुवार को हजारों वनवासी समाज के साथ सन्ना में तहसील कार्यलय का घेराव और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा जिसमें राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत और विधिक सलाहकार रामप्रकाश पाण्डे प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे।

हालांकि उक्त घेराव और धरना प्रदर्शन की सूचना प्रशासन को मिलने के बाद प्रशासन में हलचल शुरू हो गयी है।बहरहाल अब देखना यह होगा कि करलू कोरवा को उसकी हक की भूमि आखिर कब तक मिलती है।

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