जशपुर, टीम पत्रवार्ता,17 अक्टूबर 2023
जब हौसले बुलंद हों तो मंजिल आसान हो जाया करती हैं।इन्हीं बुलंद हौसलों के साथ पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के समर्थक अपनी मांगों को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय के साथ राशन बर्तन के साथ तीन दिनों तक अड़े रहे।अंततः केंद्रीय मंत्री व छत्तीसगढ़ प्रभारी मनसुख मांडविया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के साथ बैठक के बाद भगत समर्थकों ने अपना धरना समाप्त किया जिसके बाद देर रात कुशाभाऊ ठाकरे प्रदेश कार्यालय में ढोल नगाड़ों की थाप और आदिवासी नृत्य की थिरकन ने संगठन के लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
जशपुर विधानसभा प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर कद्दावर आदिवासी नेता गणेश राम भगत के समर्थक पिछले 14 अक्टूबर से भाजपा प्रदेश कार्यालय के सामने धरने पर बैठे थे।
शुरुआती 36 घंटों तक किसी ने उनकी सुध नहीं ली और प्रदेश संगठन ने उनकी अनदेखी की।लगभग 48 घंटों बाद संगठन महामंत्री पवन साय पार्टी कार्यालय के बाहर आए जहाँ समर्थकों ने उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाते हुए अपनी बात रखी।
पवन साय ने साफ शब्दों में कहा कि वे उनकी बात केंद्रीय नेतृत्व तक पंहुचाएँगे।अगले दिन स्वयं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव समर्थकों से मिलने पंहुचे और गेट के बाहर जमीन में बैठकर उनकी बात सुने और समझाने का प्रयास किया।
इसके बाद भी भगत समर्थक अड़े रहे और अपनी मांगों को लेकर स्पष्ट अभिमत का इंतजार करने लगे।
देश प्रदेश के तमाम मीडिया चैनलों और अखबारों में जब भाजपा की फजीहत होने लगी तो बात केंद्रीय नेतृत्व तक पंहुचीं और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश संगठन को पुनर्विचार तक की नसीहत दे डाली।
हांलाकि 16 अक्टूबर को स्वयं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व छत्तीसगढ़ के प्रभारी मनसुख मांडविया बीजेपी दफ्तर पंहुचे जहां प्रदेश मंत्री जगदीश रामू रोहरा ने सात सदस्यीय टीम की मुलाकात उनसे कराई।
जनजातीय सुरक्षा मंच के अध्यक्ष नयु राम भगत,उपाध्यक्ष चंद्रदेव ग्वाला,प्रचार प्रमुख राकेश गुप्ता,महिला मोर्चा से करुणा भगत,जगमनी भगत,हितरक्षा प्रमुख रामप्रकाश पांडेय समेत विधिक सलाहकार दिलमन मिंज की सात सदस्यीय टीम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की।
इस मुलाकात में शुरु में तो केंद्रीय मंत्री ने कड़े शब्दों में धरना समाप्त कर संगठन के नियमों के तहत अनुशासन के पालन की बात कही।जिसके बाद बड़ी गंभीरता से सभी सदस्यों की बात उन्होंने सुनी।मुलाकात करने गए प्रतिनिधि मंडल जशपुर में उठ रहे विरोध के स्वर से उनको अवगत कराया इसके साथ ही पूर्व मंत्री गणेश राम भगत की लगातार की जा रही उपेक्षा और भविष्य के संकट को भी सामने रखा।
जिसपर केंद्रीय मंत्री ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि यह बातें पहले सामने आ गई होतीं तो परिस्थिति कुछ और होती।इस दौरान केंद्रीय शीर्ष नेतृत्व से भी प्रतिनिधियों ने फोन पर बात कर यहां की वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराया।
जिला संगठन में पुराने चेहरों के साथ कार्यकर्ताओं की खींचातानी समेत भाजपा के अंदरुनी मुद्दों पर सभी ने खुलकर बात की।जिसमें साफ बताया गया कि भाजपा के लगातार पतन का कारण क्या है।
तमाम पहलुओं को सुनने और समझने के बाद उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पूर्व मंत्री गणेश राम भगत आदिवासियों के बीच एक अच्छी पकड़ रखते हैं जिस उद्देश्य को लेकर उनका अभियान चल रहा है वह अत्यंत सराहनीय है।संगठन के समन्वय बनाते हुए उनके सम्मान की बात उन्होंने कही।उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जशपुर की टिकट पर पुनर्विचार के संकेत मिले हैं जिसपर शीर्ष नेतृत्व विचार कर रहा है।पूर्व मंत्री गणेश राम भगत को केंद्रीय संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना उन्होंने व्यक्त की है।
बहरहाल जशपुर जिले में तीन विधानसभा सीटों के साथ प्रदेश के अदिवासी बाहुल इलाकों में पूर्व मंत्री गणेश राम भगत का उपयोग केंद्रीय व प्रदेश संगठन कर सकता है।अब देखना होगा कि इसके बाद जिले की सियासत में प्रदेश की राजनीति में क्या खास बदलाव आता है।
फिलहाल भगत समर्थक खुश हैं केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद पार्टी कार्यालय में ढोल नगाड़ों के साथ नाच गान कर सभी ने अपने उत्साह को प्रदर्शित किया।प्रदेश मंत्री ने गमछा पहनाकर सभी का स्वागत किया।
देखिए उत्साह का वीडियो
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