जशपुर,टीम पत्रवार्ता,14 मई 2023
BY योगेश थवाईत
जशपुर जिले में इन दिनों निम्न दर पर कार्य लेने की होड़ मची हुई है।स्कुल शिक्षा के अंतर्गत होने वाले तमाम कार्य अब टेंडर के माध्यम से हो रहे हैं वहीँ छात्रावासों में रंगाई पुताई का टेंडर भी सहायक आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी किया गया है।करोड़ों के टेंडर में सैकड़ों ठेकेदारों ने भाग लिया जिसमें निम्न दर पर कार्य लेने की होड़ मची हुई ठेकेदारों में इस कदर प्रतिस्पर्धा है कि उन्होंने इंजीनियर्स एसडीओ द्वारा बनाए गए एस्टीमेट को चुनौती देते हुए शासन द्वारा निर्धारित एसओआर से बेहद कम दर पर कार्य करने का टेंडर डाला है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आदिम जाति कल्याण विभाग,सहायक आयुक्त कार्यालय के अंतर्गत विभिन्न छात्रावासों में गोबर पेंट से पुताई कार्य के लिए निविदा आमंत्रित की गई थी।जिसमें ठेकेदारों द्वारा लगभग 40 प्रतिशत निम्न दर अंकित कर सभी को चौंका दिया है।इतना ही नहीं यहां उक्त कार्य हेतु लगभग 35 प्रतिशत,38 प्रतिशत,33 प्रतिशत,31 प्रतिशत तक का निम्न दर भी ठेकेदारों द्वारा प्रस्तुत किया गया है और इस दर को निविदा समिति के सदस्यों द्वारा स्वीकृति भी प्रदान किए जाने की खबर है।
भाजपा नेता मुकेश सोनी बताते हैं कि भारी निम्न दर में निविदाओं को लेकर गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।इतना ही नहीं निम्न दर में निविदा स्वीकृति देने पर इंजीनियरों द्वारा बनाए गए स्टीमेट पर भी सवालिया निशान उठना लाजमी है।भाजपा नेता ने प्रशासन से मांग किया है कि निविदा समिति जिस प्रकार आंखों में पट्टी बांध भारी गिरावट वाले दरों को स्वीकृति प्रदान करने में जुटा है इससे गुणवत्ता प्रभावित होगा अतः भारी गिरावट वाले निम्न दरों को स्वीकृति प्रदान न किया जाए।
भाजपा नेता ने कहा कि विभागीय अधिकारियों और इंजीनियरों के मिली भगत से निम्न दर वाले ठेकेदारों का भुगतान अतिरिक्त कार्य दर्शा कर पूर्ण राशि भी बुक कर दिया जाता है,विभाग द्वारा अब तक कई ठेकेदारों के निम्न दर की राशि का पूर्ण भुगतान अतिरिक्त कार्य दर्शा करा दिया गया है जिसकी भी जांच होनी चाहिए।यह खेल दोनों विभाग में खूब चला है। इस बार हुवे निविदा प्रक्रिया में कई नियमों का पालन नहीं किया गया जिसकी भी जांच का मांग भाजपा नेता मुकेश सोनी के द्वारा किया गया है।
इसी प्रकार आम आदमी पार्टी के नेता सरहुल राम भगत ने निविदा प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान उठाते हुए निविदा निरस्त किए जाने की मांग तेज कर दी है।सरहुल भगत ने कहा कि निविदा समिति में जानकारों के बावजूद भारी गिरावट वाले निम्न दरों को स्वीकृति प्रदान किया जाना उनके काबिलियत पर सवालिया निशान उठाने के लिए काफी है।ठेकदार से निम्न दर के संबंध में तत्काल कार्य हेतु कार्ययोजना और ठेकेदार के इंजीनियर द्वारा प्रस्तावित स्टीमेट भी अनिवार्य लिया जाए।यदि ऐसा नहीं लिया जाता है तो विभाग के इंजीनियर और ठेकेदार के मध्य मिली भगत की आशंका व्यक्त की जाएगी।
सरहुल राम भगत ने आगे कहा कि दोनों विभाग में आए निम्न दर वाले ठेकेदार से नियमतः 2 दिवस के भीतर अंतर की राशि जमा करवाया जाना चाहिए और ठेकेदार द्वारा अंकित किए गए निम्न दर के संबंध में कार्य पूर्ण करने संबंधी तकनीकी प्रस्ताव योजना भी जमा कराया जाना आवश्यक होना चाहिए तत्पश्चात ही वर्क ऑर्डर की कॉपी ठेकेदार को देते हुवे कार्य शुरू कराया जाए।यदि विभाग के द्वारा इस प्रकार का कार्य प्रणाली नहीं अपनाया जाता है तो आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर विधानसभा,लोकसभा और राज्यसभा तक आवाज उठाएगी।भारी गिरावट वाले निम्न दर अंकित ठेकेदारों के कार्य स्वीकृत करने वाले निविदा समिति के सदस्यों के विरुद्ध भी जांच का मांग किया जा रहा है। निम्न दर वाले सभी ठेकेदारों के भुगतान पर भी आम आदमी पार्टी नजर रखेगी और इसमें यदि विभागीय इंजीनियरों, एस.डी.ओ.और ईई की भूमिका संदिग्ध नजर आती है तो उनके विरुद्ध भी कार्यवाही का मांग उठाया जाएगा,यदि गुणवत्तविहीन निर्माण कार्य हुआ तो आंदोलन के साथ साथ जिले में चक्का जाम भी किया जाएगा।
बहरहाल मामले में विभाग से जुड़े अधिकारीयों का कहना है कि निम्न दर पर ठेकेदार यदि टेंडर लेता है तो यह उसकी जिम्मेदारी है। इंजीनियर्स एसडीओ के द्वारा गुणवत्तापूर्ण कार्य का ही मूल्याङ्कन किया जाएगा। निम्न दर के अंतर की राशि तत्काल जमा कराने की कार्यवाही चल रही है।
0 Comments