जशपुर,टीम पत्रवार्ता,23 फ़रवरी 2023
BY योगेश थवाईत
जशपुर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भृत्य के फर्जी भर्ती मामले में नियुक्ति पत्र जारी करने वाले अधिकारी पर अभी कार्यवाही हुई नहीं कि एक और मामला सामने आ रहा है। पिछले दिनों जिले के समस्त पीड़ित कर्मचारियों ने लगभग एक दर्जन मामलों में जशपुर DEO जेके प्रसाद की शिकायत शासन से की थी। जिसमें संययुक्त संचालक ने बिंदुवार जाँच की और कई मामलों में डीईओ की गलती सामने आई है। संयुक्त संचालक ने जाँच रिपोर्ट छत्तीसगढ़ शासन स्कुल शिक्षा विभाग को अग्रेत्तर कार्यवाही के लिए प्रेषित कर दी है।जिस पर अब तक कार्यवाही लंबित है।
उल्लेखनीय है कि जशपुर का जिला कार्यालय लम्बे समय से विवादों में बना हुआ है। वहीँ जिले की शिक्षा व्यवस्था बदहाल बनी हुई है।कहीं स्कूलों में शिक्षक नशे में हैं तो कहीं स्कुल से नदारद।बड़ा सवाल यह है कि जब जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय अनियंत्रित है तो जिले की बदहाल शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरेगी ?
कार्यालय संयुक्त संचालक शिक्षा सरगुजा संभाग,अम्बिकापुर के पत्र क्रमांक 2454/03-10-2022 के अनुसार जाँच रिपोर्ट सचिव,छत्तीसगढ़ शासन,स्कूल शिक्षा विभाग नवा रायपुर को भेजी गई है। छ.ग. शासन स्कूल शिक्षा विभाग का पत्र क्रमांक 1748 / 1794 / 2022 रायपुर दिनांक 23. 06.2022 का शिकायती पत्र समस्त पीड़ित कर्मचारी जिला जशपुर संलग्न कर जेके प्रसाद जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर छ.ग. के विरूद्ध जाँच आदेश प्रदाय किया था।उक्त मामले में कई बिंदुओं पर पीड़ित कर्मचारियों ने शिकायत की थी।
शिकायत के बिन्दु जिन पर जाँच कर संयुक्त संचालक ने जाँच प्रतिवेदन शासन को भेजी है।
1. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का कार्यालयीन अवधि में कार्यालय में उपलब्ध न रहना।
2 . जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का सामान्य भविष्य निधि पार्ट फायनल स्वीकृति में डिमांड करना।
3. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत फर्नीचर क्रय करने पर घपलेबाजी करना
4. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का कार्यालयीन सामाग्री क्रय में भारी गड़बड़ी करना।
5. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का कार्यालयीन सामाग्रियों के स्टॉक मेन्टेनस में गड़बड़ी।
6. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का अशासकीय संस्थाओं के शिक्षकों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान करना
7. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का कार्यालयीन स्टॉफ के साथ खराब व्यवहार।
8. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का ऑनलाईन स्थानांतरण निति के निर्देशों का पालन न करना।
9. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का कार्यालयीन स्वच्छता को नजर अंदाज करना एवं स्कूलों से गन्दगी के नाम पर भय दिखाकर पैसे वसूलने के संबंध में।
10. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षकीय एवं गैर शिक्षकीय पदों पर संविदा नियुक्ति में अनियमितता ।
11. जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का स्थानांतरण नीति 2022 के विरुद्ध स. शि/ स. शि. एल.बी. के स्थानांतरण में अनियमितता, सहायक शिक्षको की सीधी भर्ती अन्तर्गत पदस्थापना में गडबड़ी विशेष पिछड़ी जनजातियों के युवाओ के पदस्थापना में अनियमितता तथा शासन के निर्देशानुसार शिक्षकों के संलग्नीकरण समाप्त करने के आदेश के बाद भी संलग्नीकरण किया जाना।
संयुक्त संचालक ने बिंदुवार शिकायतों की तथ्यात्मक जाँच की जिसमें कई मामलों में डीईओ को क्लीन चीट दे दी वहीँ कई मामलों में उन्हें दोषी भी पाया गया।जाँच प्रतिवेदन में संयुक्त संचालक ने अपने अंतिम अभिमत में बताया है कि उपरोक्त बिन्दुओं की तथ्यपूरक जाँच हेतु मेरे द्वारा दिनांक 29.09.2022 को कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जिला जशपुर छ.ग. का भ्रमण कर दस्तावेजो का तथा कार्यालयीन अभिलेखों का निरीक्षण परीक्षण किया गया। इस जाँच प्रक्रिया में शिकायत के बिन्दुओं के संबंध में प्राप्त अभिलेखीय साक्ष्यों का तथ्यात्मक विवेचन किया गया। जिसके अनुसार शिकायत की बिन्दु क्र. 03, 04 05 06 07 08 09 10 एवं 12 की पुष्टि नही हुई।
वहीँ शिक्षक विहीन / एकल शिक्षक वाले विद्यालय में पदस्थापना के निर्देश का सम्यक रूप से पालन नही किया जाना पाया गया। अनियमितता किए जाने एवं संलग्नीकरण पर पूर्णत; प्रतिबंध होने के बावजूद भी नियम विरूद्ध तरीके से 31 शिक्षकों कां संलग्नीकरण अन्य विद्यालयों में किए जाने की पुष्टि होती है।
प्रकरण के तथ्यों एवं साक्ष्यों के विवेचन उपरांत संयुक्त संचालक ने अभिमत दिया है कि जेके प्रसाद जिला शिक्षा अधिकारी जिला जशपुर के द्वारा कार्यालयीन समय पर आगुन्तको / शिक्षक / कर्मचारियो से मिलने हेतु सामान्य शिष्टाचार के तहत व्यवस्थित प्रक्रिया का पालन नहीं करते है। सामान्य भविष्य निधि से स्वीकृति की प्रकरणों की जाँच से कर्मचारियों के मांग अनुरूप राशि स्वीकृति नही करने की पुष्टि होती है। श्री प्रसाद के द्वारा स्थानांतरण नीति 2022 के निर्देशानुसार सहायक शिक्षक / सहायक शिक्षक एल. बी के स्थानातंरण में अनियमिता / सीधी भर्ती अन्तर्गत ई व टी सवर्ग के सहायक शिक्षक की पदस्थापना एवं विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के शिक्षित युवाओं के पदस्थापना में अनियमिता किए जाने की पुष्टि होती है। राज्य शासन के आदेश की अवहेलना करते हुए शिक्षकों का संलग्नीकरण कर पदस्थापना किया जाना पाया गया । श्री प्रसाद का उपरोक्त कृत्य उनकी स्वेच्छाचारिता, उच्च कार्यालय के आदेशों का अवहेलना व हठधर्मिता को प्रदर्शित करता है जो गंभीर प्रवृति के है।
बहरहाल मामला शासन के पास लंबित है। इससे पूर्व में अनुकम्पा नियुक्ति में गड़बड़ी के मामले में शासन द्वारा डीईओ को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जा चुका है।जिसके बाद डीईओ ने अपने द्वारा जारी किए गए नियुक्ति आदेश को स्वतः ही निरस्त करते हुए सम्बंधित पर बर्खास्तगी की कार्यवाही कर अपने बचाव का प्रयास किया है।इधर बिना विज्ञापन बिना मापदंडों के प्रभारी डीईओ के द्वारा भृत्य की फर्जी नियुक्ति कर दी गई जिसपर डीईओ ने अब तक संबधित अधिकारी पर कार्यवाही नहीं की है। बहरहाल देखना होगा कि जशपुर की बदहाल शिक्षा व्यवस्था कब सुधरती है और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ दोषी अधिकारी कर्मचारियों पर कब कार्यवाही होती है।फिलहाल किसी दूसरे मामले में डीईओ को शासन ने निलंबित कर दिया था जिसमें हाईकोर्ट से स्टे पर डीईओ जशपुर में कार्यरत हैं।
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