जशपुर,टीम पत्रवार्ता,06 दिसंबर 2022
BY योगेश थवाईत
जशपुर जिले के दुलदुला थाना इलाके में एनएच से लगे पतराटोली में कोक की आड़ में कोयले के काले कारोबार का मामला सामने आया है।लंबे समय से यहां कोयले (कोक) का भंडारण कर अवैध तरीके से काले हीरे का कारोबार संचालित किया जा रहा है।सबसे बड़ी बात यह कि खदान से निकलने वाली कोयले को बाकायदा तौलकर ट्रकों से उतारा जाता है और फिर उन्हें स्थानीय स्तर पर बेचा जाता है।हांलाकि मामले से जुड़े लोग अपने बचाव में इसे कोक कहते हैं।अब समझिये कोक की आड़ में कैसा होता है कोयले का काला कारोबार..?
अब समझिये माजरा
6 दिसंबर 2022 को लगभग 3 बजे के आसपास पतराटोली स्थित ढाबा के किनारे ट्रक क्रमांक जेएच 09 AR 8683 में से कोयला(कोक) उक्त स्थल पर डंप किया जा रहा था।बकायदा मजदूर ट्रक के ऊपर चढ़कर तराजू से तौलकर कोयला (कोक) डंप कर रहे थे।
जब यहां उपस्थित कर्मचारी राहुल सिंह से पूछा गया तो उसने बताया कि यह कोयला नहीं कोक है।अक्सर यहां डंपिंग का काम होता है।जितना जरुरत होता है उतना खरीदकर आसपास स्थानीय स्तर पर 10 से 12 रुपए किलो में इसे बेच दिया जाता है।हम इसे खरीदकर बेचते हैं।दरअसल पूरे ट्रक की बिल्टी जहां की होती है वहीं माल उतारना होता है जबकि यहां अवैध तरीके से माल डंप किया जा रहा था।
यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि हाइवे से गुजरते ट्रकों से कोयला (कोक) उतारा जाना प्रथम दृष्टया गंभीर अपराध है।आखिर गंतव्य से पहले कोयले(कोक) का अवैध लोडिंग,अनलोडिंग,परिवहन, भंडारण,खरीदी बिक्री कैसे संचालित हो रहा है।मामले में जांच कार्यवाही क्यों लंबित रहती है।किसके संरक्षण में तस्करों के हौसले बुलंद हैं।
क्या है कोक...?
कोक दरअसल कोयले का ही निकृष्ट रूप है जो ज्वलनशील होता है।कोयले के खदान से बड़े रुप मे निकलने के बाद इसे छोटा करके प्लांट को बेचा जाता है।कोक भी कोयले का एक रुप है जो खदान से निकलता है और खनिज पदार्थ की श्रेणी में आता है।ईट भट्ठों में भी इसका उपयोग किया जाता है।जिसके लिए वैध लायसेंस के साथ वैध परिवहन जरुरी है।
खनिज विभाग मौन,नहीं होती पुलिसिया कार्यवाही
दुलदुला के पतराटोली एनएच से लगे ढाबा में लंबे समय से इसका कारोबार संचालित किया जा रहा है।मामले में न तो खनिज विभाग गंभीर है न पुलिस ऐसे में तस्कर बेखौफ होकर कोयले(कोक)की कालाबाजारी में लगे हुए हैं।
उक्त मामले में दुलदुला थाना प्रभारी आरएस पैंकरा ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है मामले की जांच करवाने की बात उन्होंने कही है।
जशपुर अपर कलेक्टर लवीना पांडेय ने उक्त मामले में खनिज विभाग को जाँच का निर्देश दिया है।
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