जशपुर,टीम पत्रवार्ता,08 सितंबर 2022
BY योगेश थवाईत
इन दिनों सोशल मीडिया पर जशपुर कलेक्टर से लोग सवाल पूछ रहे हैं कि कार्यवाही कब होगी।दरअसल जशपुर में पिछले 4 सितंबर को कथित राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद राष्ट्रीय कर्मचारी संघ के बारहवें संयुक्त छत्तीसगढ़ राज्य अधिवेशन का कार्यक्रम कम्युनिटी हॉल में सम्पन्न हुआ।यहां वक्ताओं ने अमर्यादित भाषा के प्रयोग के साथ हिन्दू देवी देवताओं के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी किया वहीं महापुरुषों पर भी कई आरोप मढ़े।
दरअसल जशपुर जिला मुख्यालय में आयोजित उक्त कार्यक्रम व आयोजकों को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं।जिसमें अधिकारियों के कारण जशपुर कलेक्टर घिरते नजर आ रहे हैं।4 सितंबर को आयोजन की स्वीकृति किसने दी...? ऐसे आयोजनों की सूचना जिला प्रशासन को क्यों नहीं मिली..? आयोजन के वक्ताओं का उद्देश्य क्या था..? नगर पालिका सीएमओ की क्या जवाबदेही थी..? कार्यक्रम का इनपुट जिला प्रशासन को पहले क्यूँ नहीं मिला..? क्या ऐसे विवादित कार्यक्रमों में जिले के बड़े डॉक्टर्स व अधिकारियों ने उक्त कार्यक्रम में सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन नहीं किया....?
तमाम ऐसे सवाल है जिसके कारण जिला प्रशासन के साथ प्रदेश सरकार की भी फजीहत हो रही है।ऐसे विवादित कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विपक्ष को निशाना साधने का एक औऱ मौका यहां के आयोजक व शामिल होने वाले अधिकारियों ने दे दिया है।
उक्त कार्यक्रम में जशपुर जिले के इन अधिकारियों की विशेष उपस्थिति का उल्लेख प्रचार पर्ची में किया गया है जिसमें डॉ रंजीत टोप्पो,सीएमएचओ जशपुर,डॉ जार्ज लकड़ा,डॉ आरएन केरकेट्टा,डॉ उषा लकड़ा,डॉ आरएस मरकाम,डॉ अनुरंजन टोप्पो,फिरदियुस एक्का,सिलबानुस कुजूर शामिल बताए जा रहे हैं।इसमें से अधिकतर लोग सोशल मीडिया पर विवादित भाषण के दौरान मंच पर ताली बजाकर,हंसी ठहाके लगाकर वक्ता प्रेम कुमार गेडाम की विवादित आपत्तिजनक बातों का समर्थन करते दिख रहे हैं।आपको बता दें कि जिला अस्पताल के 12 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में डॉ उषा लकड़ा,अनुरंजन कुजूर पूर्व में निलंबित हो चुके हैं और विभागीय जांच अब तक लंबित है।
हांलाकि उक्त मामले में बीजेपी व भाजयुमो नेताओं ने लिखित शिकायत करते हुए प्रमुख वक्ता प्रेम कुमार गेडाम के विरुद्ध लिखित शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराया है।जिसमें कोतवाली पुलिस ने वक्ता के विरुद्ध अपराध भी पंजीबद्ध किया है।
वहीं अब लोग उक्त कार्यक्रम में उपस्थित जिले के बड़े अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर लामबंद होते नजर आ रहे हैं।फिलहाल प्रशासन अधिकारियों की उपस्थिति को लेकर जांच कर रही है।
फेसबुक पर भाजयुमो नेता RK RAHUL GUPTA ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा है।
जशपुर कलेक्टर को इस बात को संज्ञान में लेना चाहिए और उन अधिकारियों को सस्पेंड कर देना चाहिए जो अपने आप को नेता समझ रहे है । दो जवाब दो जशपुर कलेक्टर जवाब दो....जशपुर के होनहार डॉक्टर को ऐसे कार्यक्रम करने की जरूरत क्यों पड़ी ....?
बहरहाल जशपुर जिला बेहद संवेदनशील है।ऐसे में पुलिस ने मामले में तत्काल वक्ता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर मामले को शांत करने का प्रयास किया है।इसके बावजूद मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है।वक्ता की गिरफ्तारी के साथ अब उक्त कार्यक्रम में शामिल होने वाले जिले के अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्यवाही को लेकर जशपुर कलेक्टर से सोशल मीडिया पर सवाल किया जा रहा है।जिससे सरकार समेत जिला प्रशासन की फजीहत हो रही है।
" मामले में जशपुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने कहा है कि मामले में जांच की जाएगी,जो भी दोषी होगा उनपर कार्यवाही की जाएगी।"
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