जशपुर,टीम पत्रवार्ता,12 सितंबर 2022
BY योगेश थवाईत
अखिल भारतीय जनजातीय सुरक्षा मंच के नेतृत्व में डिलिस्टिंग की मांग को लेकर पूरे देश में रैली आंदोलन के बाद जशपुर जिले के बगीचा में महारैली का आयोजन किया गया।झमाझम बारिश के बीच ग्रामीणों ने हजारों की संख्या में शामिल होकर डिलिस्टिंग की मांग का समर्थन किया।उल्लेखनीय है कि वनवासी हितों के साथ हिंदुत्व की रक्षा के लिए सतत कार्य करने वाले आदिवासी नेता गणेश राम भगत ने डिलिस्टिंग की महारैली का नेतृत्व किया।उन्होंने कहा कि डिलिस्टिंग होकर रहेगा। हमारा आंदोलन सतत चलता रहेगा।
डिलिस्टिंग की यह रैली बगीचा के कल्याण आश्रम स्थल से शुरु होकर नगर के मुख्य मार्ग से होती हुई स्थानीय बस स्टैंड बाजार डाँड़ पंहुची जहां रैली ने आमसभा का रुप ले लिया।
सभा को संबोधित करते हुए लालदेव भगत ने कहा कि डिलिस्टिंग की मांग हमारा संवैधानिक अधिकार है।अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए आरक्षण की सुविधा है।यदि वह अपनी मूल संस्कृति को छोड़ देता है तो उसे आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए।धर्मान्तरित आदिवासियों को मिलने वाली सुविधाओं से वंचित किया जाना चाहिए।नयु राम भगत ने सीधे शब्दों में कहा कि यह डिलिस्टिंग की महारैली धर्मान्तरित ईसाईयों को आदिवासी समाज से बाहर करने की मांग को लेकर है।
आदिवासी नेता गणेश राम भगत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा डिलिस्टिंग की मांग को लेकर देशव्यापी आंदोलन किया जा रहा है।अंततः डिलिस्टिंग होकर रहेगा।उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो लोग जशपुर की शांत फिजां में जहर घोलने का काम कर रहे हैं उन्हें पुलिस तत्काल गिरफ्तार करे। उन्होंने गेडाम के गिरफ्त्तारी न होने पर सड़क पर उतरकर महा आंदोलन की चेतावनी दी है।
कार्यक्रम में जनजातीय सुरक्षा मंच के उपाध्यक्ष चंद्रदेव ग्वाला,लालदेव भगत,नयु राम भगत,राजकुमार गुप्ता,टंकेश्वर राजवाड़े समेत अन्य कार्यकर्त्ता व ग्रामीण उपस्थित रहे।
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