जशपुर,टीम पत्रवार्ता,26 सितंबर 2022
BY योगेश थवाईत
एक ओर जहां प्रदेश में कॉंग्रेस की सरकार है वहीं जशपुर बीजेपी की शहर सरकार अपनी निष्क्रियता को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी हुई है।लगातार नगर पालिका में अनियमितता,सेटिंग व टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ियों के आरोपों के साथ शहर सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है।गौरतलब है कि जशपुर नगर पालिका में 16 बीजेपी पार्षदों के साथ नरेशचंद्र साय पूर्ण बहुमत के साथ अध्यक्ष पद पर सुशोभित हैं।जिनकी निष्क्रियता के कारण कांग्रेस को घेरने वाली बीजेपी आज खुद घिरती हुई नजर आ रही है।बीजेपी की गिरती साख को बचाने की कवायद अब आला नेताओं ने शुरु कर दी है।
उल्लेखनीय है कि 33 माह के कार्यकाल में महज 5 बैठकों के साथ नगर पालिका अध्यक्ष व परिषद ने नगर विकास में कोई विशेष कार्य नहीं किया।वहीं टेंडर में गड़बड़ी को लेकर भी बातें सामने आ चुकी हैं।7 करोड़ के विभिन्न टेंडरों में आज तक कार्य शुरु न होना नगर पालिका की अकर्मण्यता को प्रदर्शित करता है।
एक ओर निर्दलीय पार्षद निविदा दरों को लेकर असहमति जता चुके हैं वहीं विभिन्न मुद्दों पर बहस के लिए उन्हें आज भी परिषद की बैठक का इंतजार है।हांलाकि आज होने वाली बैठक भी निरस्त कर दी गई और बैठक नहीं हो सकी।
इधर खबर है कि बीजेपी पर लगातार लगते आरोपों से नगर में बीजेपी का जनाधार कम होता देख आला नेताओं ने इसपर चिंता जाहिर की है।दरअसल वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष नरेशचंद्र साय पूर्व सांसद विष्णुदेव साय के करीबी रिश्तेदार हैं।स्वास्थ्यगत कारणों को लेकर स्थानीय जनमानस के बीच उनकी उपस्थिति नगण्य है।जिसे देखते हुए लगभग 3 माह पहले विष्णुदेव साय को डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी आला नेताओं ने सौंपी थी।स्थिति जस की तस होने के कारण लगातार बीजेपी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जिसे देखते हुए जशपुर बीजेपी ने अब परिवर्तन का मन बना लिया है।सूत्रों की मानें तो बैठक लेकर इस विषय पर बड़े निर्णय लिए जाने के संकेत मिल रहे हैं।
जशपुर बीजेपी जिला अध्यक्ष रोहित साय ने बताया कि नगर पालिका अध्यक्ष को स्वास्थ्यगत कारणों से कार्य करने में दिक्कतें आ रही हैं।जिसको देखते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।जल्द ही उक्त विषय पर निर्णय लिया जाएगा।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता रणविजय सिंह जूदेव ने बताया कि उन्हें इसकी सूचना मिली है।अन्य वरिष्ठों के साथ बैठक करके इस विषय पर जल्द निर्णय लेंगे।बीजेपी के साथ यहां के नागरिकों का गहरा संबंध है जिसके कारण आज शहर में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की नगर सरकार है।इस विश्वास को कायम रखने के लिए जो भी निर्णय लेना पड़े सभी मिलकर लेंगे।
आदिवासी वर्ग से वार्ड पार्षद अनुज भगत का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।वहीं अजय ओमन टोपनो 2 कार्यकाल से पार्षद बने हुए हैं।हांलाकि बीजेपी हिन्दू वोटों को एकजुट करने के लिए कभी भी दूसरे समुदाय को नगर पालिका अध्यक्ष का नेतृत्व नहीं देगी।
वहीं युवा स्पष्ट चेहरे के रुप में अनुज भगत पहली पसंद हो सकते हैं।गौरतलब है कि बीजेपी इस बार स्वतंत्र व स्पष्ट चेहरे को सामने लाने का प्रयास करेगी जिससे उसकी छवि में सुधार हो सके।
अब देखना होगा कि जशपुर शहर सरकार का रुका हुआ पहिया कब विकास के पैमाने पर खरा उतरता है।
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