जशपुर,टीम पत्रवार्ता,16 अगस्त 2022
जशपुर तहसीलदार द्वारा स्थानीय व्यवसायी गणेश नारायाण मिश्र को भेजे गए नोटिस को लेकर उस वक्त बवाल मच गया जब नोटिस में उल्लेखित राशि करोड़ों में दिखने लगी और व्यापारी पुरे परिवार के साथ सदमे में आ गया। उसने मामले में एसपी से मानसिक प्रताड़ना की शिकायत करते हुए तहसीलदार पर कई गंभीर भी लगा डाले।
मामले में हकीकत तब सामने आई जब तहसीलदार ने उक्त मामले पर अपना पक्ष रखते हुए बताया कि व्यवसायी पर बैंक ऑफ़ इण्डिया का एक लाख 81 हजार का लोन बकाया है।जिसके लिए बैंक ने आरआरसी जारी करते हुए तहसीलदार जशपुर को रिकव्हरी का जिम्मा दिया है।
करोड़ों के नोटिस मामले में जशपुर तहसीलदार विकास जिंदल ने बताया कि लिपिकीय त्रुटी के कारण मामले में जारी नोटिस को गलत रुप में प्रस्तुत किया जा रहा है।दरअसल 1 लाख 81 हजार का लोन बकाया है जिसका आरआरसी जारी होने के बाद तहसीलदार जशपुर द्वारा नोटिस जारी किया गया है।उक्त जारी नोटिस में लिपीकीय त्रुटी होने के कारण पुन सम्बंधित व्यवसायी को न्यायालय में बुलाकर दुसरा नोटिस जारी किया गया है।जो मात्र 1 लाख 81 हजार का है।
जिसमें व्यवसायी द्वारा उपस्थित होकर धीरे धीरे कर्ज की राशि अदा किये जाने की बात कही गई है।तहसीलदार ने सारे आरोपों को एक सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि बैंक द्वारा आरआरसी जारी करने के बाद न्यायालयीन नोटिस जारी किया गया है जिसमें अंकन त्रुटी के कारण उसे करोड़ों में पढ़ा जा रहा था।
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