जशपुर,टीम पत्रवार्ता,20 जुलाई 2022
इन दिनों लगातार जशपुर जिले में शिक्षा की बदहाल तस्वीरें सामने आ रही हैं। इसके बावजूद जिले में न तो शिक्षा व्यवस्था सुधर रही है न शिक्षक। लगातार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का नियंत्रण स्कूलों से खोता जा रहा है। ताजा मामला है जशपुर जिले के आत्मानंद स्कुल मनोरा का जहाँ ऐसी तस्वीर सामने आई है जो उत्कृष्ट शिक्षा के सारे दावों की पोल खोलती नजर आ रही है।आत्मानंद स्कूलों में करोड़ों खर्च करने के बाद भी स्कूली बच्चे हमाली करते नजर रहे हैं जो बाल अधिकारों के हनन का सीधा मामला दिख रहा है हांलाकि यह जांच का विषय है।
दरअसल यह तस्वीर है जशपुर के मनोरा विकासखंड स्थित आत्मानंद स्कुल का जहाँ 20 जुलाई को स्कूली बच्चों से बाकायदा गणवेश में श्रम कार्य कराए जाने का वीडियो सामने आया।उक्त वीडियो में बच्चे डेस्क टेबल शिफ्ट करते दिखाई दे रहे हैं।मामले में पड़ताल करने पर पता चला कि यहाँ किसी भृत्य की नियुक्ति नहीं हुई और वर्तमान में व्यवस्था के तहत कोई जिम्मेदार कर्मचारी भी तैनात नहीं है लिहाजा बच्चों से रोजाना टेबल डेस्क शिफ्ट कराया जाता है। बच्चे बैठने की व्यवस्था के लिहाज से टेबल डेस्क शिफ्ट करते हैं।
बहरहाल मामला सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है जहाँ बच्चों से श्रम की यह तस्वीर जिले की उत्कृष्ट शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही है।
मामले में शिक्षा विभाग जिम्मेदार अधिकारी DEO ने फ़ोन नहीं उठाया वहीँ मनोरा बीईओ उदित चौहान ने मामले में जाँच की बात कही।उन्होंने यह भी कहा कि स्कूली छात्रों से कार्य कराना गलत है।जाँच बातें सामने आने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
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