... ब्रेकिंग पत्रवार्ता : "ये कैसा सुशासन".....? जशपुर में लगे "इंकलाब जिंदाबाद" के नारे,भूपेश सरकार को सीधी चेतावनी,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार को दिया अल्टीमेटम,मांगें पूरी नहीं हुई तो होगा काम बंद,कलम बंद.....? देखिए सड़कों पर नारी शक्ति का प्रदर्शन।

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ब्रेकिंग पत्रवार्ता : "ये कैसा सुशासन".....? जशपुर में लगे "इंकलाब जिंदाबाद" के नारे,भूपेश सरकार को सीधी चेतावनी,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार को दिया अल्टीमेटम,मांगें पूरी नहीं हुई तो होगा काम बंद,कलम बंद.....? देखिए सड़कों पर नारी शक्ति का प्रदर्शन।

 

जशपुर,टीम पत्रवार्ता,06 जुलाई 2022 

BY योगेश थवाईत

 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं द्वारा अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की गई।प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने भूपेश सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा करने पर जमकर नाराजगी व्यक्त की। जशपुर की सड़कों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए वहीँ अपनी मांगों को लेकर सरकार को सीधा अल्टीमेटम देते हुए अनिश्चित कालीन हड़ताल की चेतावनी दी है। 

जशपुर में मानदेय बढ़ाने, सरकार से चुनावी वादे को निभाने सहित 6 सुत्रीय मांगों को लेकर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं द्वारा आज  जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया गया। जिले भर से कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की भीड़ शहर के रणजीता स्टेडियम ग्राउंड के पास जमा हुई। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं जमा हुईं थीं।  हड़ताल की वजह से आज  जिले के सभी आंगनबाड़ी बंद रहे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष कविता यादव ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत करीब 1 लाख 4 हजार कार्यकर्ता व सहायिकाएं प्रदेश भर में काम कर रही हैं। इन्हें केन्द्र व राज्य सरकार दोनों मिलाकर भी जीने लायक मानदेय नहीं दे पा रहे हैं। 

अध्यक्ष कविता यादव ने बताया कि वर्तमान में सहायिकाओं को केन्द्र व राज्य का मिलाकर सिर्फ 3200 और कार्यकर्ताओं को 6500 रुपए मिल रहे हैं, जो महंगाई के इस दौर में कुछ भी नहीं है। छग सरकार से हमें काफी उम्मीदें थी क्योंकि सत्ता में आने से पहले चुनावी घोषणापत्र में इस सरकार ने वादा किया था कि सरकार में आते ही सभी कार्यकर्ताओं को नर्सरी टीचर का दर्जा देते हुए कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाएगा लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी सरकार ने कुछ नहीं किया है। 

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