... Big ब्रेकिंग पत्रवार्ता : "बाढ़" में बह गई "जलती चिता",अंतिम संस्कार के दौरान अचानक नदी में आई बाढ़,मची अफरातफरी,शवदाह छोड़ जान बचाकर भागे लोग,कोरवा जनजाति के युवक का हो रहा था अंतिम संस्कार,पूर्वजों के समय से नदी किनारे करते आ रहे हैं "अंतिम संस्कार",अब तक कोरवाओं के लिए नहीं बना मुक्तिधाम,परिवार के लोगों ने शासन प्रशासन पर लगाया उपेक्षा का आरोप....

पत्रवार्ता में अपनी ख़बरों के लिए 9424187187 पर व्हाट्सप करें

Big ब्रेकिंग पत्रवार्ता : "बाढ़" में बह गई "जलती चिता",अंतिम संस्कार के दौरान अचानक नदी में आई बाढ़,मची अफरातफरी,शवदाह छोड़ जान बचाकर भागे लोग,कोरवा जनजाति के युवक का हो रहा था अंतिम संस्कार,पूर्वजों के समय से नदी किनारे करते आ रहे हैं "अंतिम संस्कार",अब तक कोरवाओं के लिए नहीं बना मुक्तिधाम,परिवार के लोगों ने शासन प्रशासन पर लगाया उपेक्षा का आरोप....

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,01 जुलाई 2022

BY योगेश थवाईत

जशपुर जिले के नगर पंचायत बगीचा में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब अचानक नदी में तेज बाढ़ आ गई और देखते ही देखते अंतिम संस्कार के लिए सजी चिता अग्निदाह के साथ जलमग्न हो गई।इस दौरान अंतिम संस्कार में शामिल लोग बाढ़ से अपनी जान बचाकर वहां से भागते नजर आए।कोरवा समाज के मृत युवक पिंटू कोरवा के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जा रही थी।

उल्लेखनीय है कि मुकेश उर्फ पिंटु कोरवा पिता दुर्जन साय नगर पंचायत के वार्ड 2 सोनीपारा में निवासरत था।अचानक बीमारी से उसकी मौत हो गई।शुक्रवार को दोपहर 1 बजे के आसपास समाज के लोग मृतक पिंटू के अंतिम संस्कार के लिए उसे वार्ड 6 स्थित डोंडकी नदी के किनारे लेकर आए थे।यहां मृतक का शव चिता में रखकर शवदाह करने की तैयारी की जा रही थी।इस दौरान अचानक नदी में तेज बाढ़ आ गई जिसके बाद मुखाग्नि देकर लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे।

नदी के बाढ़ में काफी पानी उतर गया जिससे जलती हुई चिता पानी मे डूब गई।हांलाकि कुछ देर में पानी कम हुआ जिसके बाद चिता ने आग पकड़ी और शव का अंतिम संस्कार हुआ।

मृतक के परिजन विनोद कुमार व भाई महादेव साय ने बताया कि पूर्वजों के समय से उनके समाज के लोग नदी के किनारे शवदाह करते आ रहे हैं।जहां कोरवा समाज के लोग शवदाह करते हैं वहां नगर पंचायत द्वारा किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।संतोष ने बताया कि मुख्य मुक्तिधाम में जाने के लिए डोंडकी नदी में बड़े पुल की व्यवस्था भी नहीं है जिसके कारण बरसात के दिनों में नदी पार करना मुश्किल होता है।

कोरवा समाज के लोगों ने शासन प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अंतिम संस्कार के लिए समुचित व्यवस्था की मांग की है।

मामले में प्रताप विजय खेस्स,एसडीएम बगीचा ने बताया कि मुक्तिधाम व अंतिम संस्कार की समुचित व्यवस्था के लिए सीएमओ बगीचा को निर्देशित किया गया है।नदी के आसपास ग्रामीण न जाएं इसके लिए कर्मचारियों को निर्देश दिया जा रहा है।

Post a Comment

0 Comments

जशपुर के इस गांव में उपजा धर्मांतरण का विवाद,जहां से हुई थी ईसाइयत की शुरुआत