... पत्रवार्ता - खबर का असर : आश्रम छात्रावास में महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में रंगे हाथों पकड़ाने के बाद भृत्य बर्खास्त,हरकत में जिला प्रशासन,सहायक आयुक्त ने दोषी भृत्य को किया पदमुक्त,FIR दर्ज कराने के दिए के निर्देश ..दोषी भृत्य पुलिस की पकड़ से बाहर।

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पत्रवार्ता - खबर का असर : आश्रम छात्रावास में महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में रंगे हाथों पकड़ाने के बाद भृत्य बर्खास्त,हरकत में जिला प्रशासन,सहायक आयुक्त ने दोषी भृत्य को किया पदमुक्त,FIR दर्ज कराने के दिए के निर्देश ..दोषी भृत्य पुलिस की पकड़ से बाहर।

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,06  जून 2022 

BY  योगेश 

जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड अंतर्गत शासकीय बालक आश्रम गुरम्हाकोना में आश्रम के अंदर भृत्य द्वारा महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में रंगे  हाथों पकडे जाने की खबर सामने आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है।सहायक आयुक्त बीके राजपूत ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल दोषी पूर्ण कालिक स्वीपर को बर्खास्त कर दिया है।हांलाकि खबर सामने आते ही जिला प्रशासन ने बर्खास्तगी की कार्यवाही तत्काल कर दी पर सवाल अब भी वही बना हुआ है कि आश्रम छात्रावास की सुरक्षा को लेकर प्रशासन कितना गंभीर है



क्या था मामला 

मामला है बगीचा के गुरम्हाकोना शासकीय बालक आश्रम का जहाँ रविवार को रात में लगभग 9 बजे के आसपास आश्रम का पूर्णकालिक स्वीपर त्रिलोचन यादव पिता नवीं यादव किसी महिला को लेकर आश्रम पंहुचा और उसने वहां नाईट ड्यूटी कर रहे दूसरे भृत्य बुधनाथ से आश्रम का चाभी लिया और अंदर चला गया।ग्रामीणों ने बताया कि आपत्तिजनक अवस्था में दोनों रात भर आश्रम के अंदर साथ में सोते रहे।आश्रम समिति के अध्यक्ष ने भोर में 3  बजे इसकी जानकारी आश्रम के अधीक्षक सुरेश राम को फोन पर इसकी जानकारी दी।  

मामले में तब सब कुछ स्पष्ट हो गया जब आश्रम में त्रिलोचन यादव के साथ पकड़ी गई महिला का पति भी मौके पर पंहुच गया और उसने सब कुछ अपनी आखों से देखा।दरअसल महिला बगीचा बाजार आई हुई थी और बस छूट जाने की बात कहकर ऑटो में घर जाने की बात अपने पति को बताई थी।जब महिला घर नहीं पंहुची तो पति ने भी खोजबीन शुरु कर दी थी और उसे शक था कि महिला गुरम्हाकोना आश्रम गई होगी।पति जगरनाथ जब आश्रम पंहुचा तो उसने त्रिलोचन यादव और महिला को बिना कपड़ों के आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया।जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ और सुबह आश्रम अधीक्षक ने सरपंच व अन्य ग्रामीणों को बुलाकर दोनों को आश्रम से बाहर निकाला और पंचनामा करते हुए शीर्षस्थ अधिकारीयों को इसकी जानकारी दी।

इधर मामले में दोषी भृत्य त्रिलोचन यादव ने  महिला को अपनी भाभी बताया है और कहा कि भाभी के पति उसको परेशान कर रहे थे तो वो आश्रम आ गई और उसने उसे जगह दे दी।अब तक महिला अपने घर नहीं पंहुची है वहीँ महिला के पति का कहना है कि वह अब अपनी पत्नी को नहीं रखेगा।फिलहाल महिला व दोषी कहाँ हैं यह किसी को नहीं पता।

फिलहाल सहायक आयुक्त ने मंडल संयोजक बसंत गृही को मामले में एफआईआर कराने का निर्देश दिया है,वहीँ दोषी भृत्य व महिला को अब तक थाने  नहीं लाया गया है।थाना प्रभारी एसआर भगत ने बताया कि मामले की शिकायत मिली है जाँच कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी 

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