जशपुर,टीम पत्रवार्ता,31 मार्च 2022
BY योगेश थवाईत
शासन के मापदंडों को दरकिनार कर मेले का आयोजन प्रशासनिक चूक की ओर इशारा करता है।आपको बता दें कि बगीचा में नियम कायदों को ताक में रखकर मेला आयोजन के बाद अब कुनकुरी में मेले की तैयारी शुरु कर दी गई है।वहीं मेले का सामान भी गिराया जा रहा है।हांलाकि अब तक प्रशासनिक अनुमति नहीँ ली गई है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों बगीचा में मेले का आयोजन किया गया था जहां शासन को राजस्व का लाखों का नुकसान हुआ वहीं लगभग 10 लाख की वसूली कर ठेकेदार अब दूसरे ठिकाने पंहुच गया है।यहां अब फिर से मेले की तैयारी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि कुनकुरी एचपी पेट्रोल पंप के पीछे ट्रकों से सामग्री गिरनी शुरु हो गई है।
गौरतलब है कि बोर्ड परीक्षाओं के बाद स्थानीय परीक्षा शुरु हो चुकी है वहीँ 15 मई तक शासन ने स्कूलों को खोलने का आदेश जारी किया है।इस दौरान मेले के आयोजन से परीक्षाएं प्रभावित हो सकती हैं।वहीं मेलों में सुरक्षा मापदंडों का कहीं पालन नहीं किया जाता जो गंभीर चिंता का विषय है।
आपको बता दें कि मेला आयोजन में बाहर के लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कई सवाल खड़े होते हैं।लगने वाले झूलों का भी फिटनेस टेस्ट नहीं कराया जाता न ही उनके पास कोई अनुमति होती है।लेन देन करके स्थानीय प्रशासन के साथ सेटिंग कर मौत का खेल कराया जाता है।
फिलहाल मेला आयोजन को लेकर नगर पंचायत कुनकुरी ने कोई टेंडर नहीं निकाला है।वहीं सीएमओ पुष्पा खलखो ने बताया कि नगर पंचायत द्वारा एनओसी भी जारी नहीं की गई है।
बहरहाल जिला प्रशासन समेत जिले के पुलिस अधीक्षक को ऐसे बेलगाम मेलों पर नियंत्रण करना चाहिए जिससे बड़े हादसों को समय से पहले रोका जा सके।
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