जशपुर, टीम पत्रवार्ता,10 दिसंबर 2021
BY योगेश थवाईत
जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के अंतर्गत रंगपुर पहाड़ी कोरवा आश्रम छात्रावास में आधा दर्जन से अधिक बच्चे जहरीले फल के तेल से संक्रमित हो गए थे।खबर सामने आने के बाद एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी ने टीम भेजकर मामले की जांच कराई।बच्चों का बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ईलाज कराया गया।मामले में जिला कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने छात्रावास आश्रम में लापरवाही बरते जाने के मामले में आश्रम अधीक्षक को हटा दिया है।
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बगीचा के अन्तर्गत संचालित शासकीय बालक आश्रम, रंगपुर के 10 छात्रों द्वारा भेलवां फल से निकलने वाले तेल को हाथों में लगाने की घटना को कलेक्टर रितेश अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए, लापरवाही बरतने वाले आश्रम अधीक्षक संतोष कुमार तिग्गा, सहायक शिक्षक (एल.बी.) को पद से पृथक करते हुए, 01 इंक्रीमेंट रोकने की अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ शैक्षणिक कार्य हेतु विद्यालय भेज दिया है।
पिछले 05 दिसंबर को आश्रम के 10 छात्र, आश्रम परिसर के समीपस्थ भेलवां वृक्ष के फल से निकलने वाले तेल को हाथों में लगा लिये थे। इसकी जानकारी अधीक्षक को होने पर, उनके द्वारा दिनाँक 06.12.2021 को ही समीपस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, कलिया ले जाकर, छात्रों का समुचित उपचार कराया गया है।
पुनः आज दिनाँक 10.12.2021 को प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के साथ, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बगीचा से चिकित्सकीय दल भेजा जाकर, छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। सभी छात्र पूरी तरह स्वस्थ एवं सामान्य हैं। यह कथन सही नहीं है कि प्रशासन द्वारा छात्रों के ईलाज पर ध्यान नहीं दिये जाने के कारण, जड़ी-बूटी से ईलाज कराया जा रहा है।
अपने बयान में आश्रम अधीक्षक द्वारा स्वीकार किया गया है कि प्रथम चिकित्सकीय परीक्षण दिनाँक 06.12.2021 को ही किसी भी छात्र के गंभीर पीड़ित होने जैसी कोई बात नहीं थी। स्थिति सामान्य होने के कारण, उनके द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना नहीं दिया गया। यह चूक उनसे हुई है।
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