जशपुर,टीम पत्रवार्ता,12 अक्टूबर 2021
BY योगेश थवाईत
कवर्धा में भगवा ध्वज के अपमान मामले में विश्वहिंदू परिषद के बैनर तले जशपुर बस स्टैंड में हिन्दू आक्रोश धरना का आयोजन किया गया जिसमें भगवा ध्वज के सम्मान के लिए हिन्दुओं को एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील की गई।उक्त धरना प्रदर्शन में कृष्णा राय,विष्णुदेव साय,सांसद गोमती साय,रामप्रताप सिंह,विश्वहिंदू परिषद् के नटवर मुंदड़ा,वनवासी कल्याण आश्रम के मध्यक्षेत्र सहसंगठन मंत्री प्रवीण ढोलके कलेश्वर सिंह,नितिन राय व आरएसएस के कार्यकर्ता समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
धरना को संबोधित करते हुए युवा नेतृत्व देवधन नायक ने प्रदेश सरकार को साफ़ शब्दों में आगाह किया कि हम भगवा के सम्मान के लिए मर मिटने को तैयार हैं।हमारी अस्मिता का अपमान हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
दृढ़ता के प्रतीक स्व अटल बिहारी वाजपेयी की पंक्तियों से मंच को सम्बोधित करते हुए युवा नेतृत्वकर्ता देवधन नायक ने कहा
मैं तो समाज की थाती हूं, मैं तो समाज का हूं सेवक,
मैं तो समष्टि के लिए व्यष्टि का कर सकता बलिदान अभय।
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
उन्होंने जूदेव की धरती जशपुर से साफ़ शब्दों में सरकार को घेरते हुए कहा कि दमन की राजनीति करना बंद करें।उन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया है जब अपने नौनिहालों को आत्मसमान की रक्षा के लिए आक्रमण के लिए तैयार करें ताकि भविष्य में कोई कभी इस तरह भगवा ध्वज का अपमान न कर सके।अपने ओजस्वी उद्बोधन में उन्होंने हिन्दुओं से एकजुट होने की अपील की।
देखें VIDEO कैसे किया मंत्रियों को आगाह
वक्त को जिसने नहीं समझा उसे मिटना पड़ा है,बच गया तलवार से तो फूल से कटना पड़ा है,
क्यों न कितनी ही बड़ी हो, क्यों न कितनी ही कठिन हो,हर नदी की राह से चट्टान को हटना पड़ा है।
उस सुबह से सन्धि कर लो,हर किरन की मांग भर लो,
है जगा इन्सान तो मौसम बदलकर ही रहेगा,जल गया है दीप तो अंधियारा ढल कर ही रहेगा।
देखिए विश्व हिन्दू परिषद् की हुंकार VIDEO
विश्व हिन्दू परिषद् ने अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई है कि
कवर्धा में दिनांक 3 अक्टूबर 2021 तथा 5 अक्टूबर 2021 को घटित घटना के विषय में मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम विश्व हिन्दू परिषद् ने ज्ञापन दिया है और मांग की है जिसमें उल्लेख है कि जिला कबीरधाम में विगत दो-तीन वर्षों से समूचा पुलिस और प्रशासन संप्रदाय के आधार पर कार्यवाही करता आ रहा हैं। समूचे जिले के थानों में अपराध करने के बाद भी मुस्लिम समुदाय के लोगों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की जा रही हैं। इस बात के प्रमाण में पत्र के साथ संलग्न -1 दिया जा रहा है।
जिसमें जिला कबीरधाम के अनेक घटनाओं का उदाहरण स्वरूप उल्लेख है। दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को मां विंध्यवासिनी मंदिर के समीप, लोहारा नाका चौक में कवर्धा थानेदार तथा नायब तहसीलदार के द्वारा दुर्गेश देवांगन तथा उसके साथियों को बुलवाया गया तब 50-60 की संख्या में मुस्लिम समुदाय के हथियारबंद युवक वहां उपस्थित थे। वहां प्रशासन द्वारा निर्धारित किया गया की उस चौक पर अब किसी भी प्रकार का झंडा नहीं लगाया जाएगा जिस पर बनी परस्पर सहमति को लिपिबद्ध करने के लिए पेन और कागज मंगवाया गया। इसी बीच मुस्लिम युवाओं ने नायब तहसीलदार तथा कवर्धा थानेदार की उपस्थिति की परवाह किए बिना घेरकर दुर्गेश देवांगन को पीटा, यदि दुर्गेश देवांगन को शटर वाले दुकान के अंदर बंद न किया गया होता तो निसंदेह उसकी जान चली जाती जैसे कि जिला कबीरधाम के पुलिस की परिपाटी विगत दो-तीन वर्षों से बनी हुई थी इस मारपीट के बाद भी पुलिस शिथिल हो गई क्योंकि मुस्लिम समुदाय के लोग इस घटना में संलिप्त थे दोपहर की घटना के विरुद्ध कोई कार्यवाही अथवा गिरफ्तारी रात तक नहीं होने के कारण जनता आक्रोशित हो गई।
महोदय, दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को पुलिस प्रशासन द्वारा अनावश्यक रूप से कवर्धा के लोगों पर लाठीचार्ज किया गया जिसके बाद लोगों में आक्रोश और बढ़ गया। दिनांक 5 अक्टूबर 2021 को भी कार्यवाही की मांग के साथ विश्व हिंदू परिषद द्वारा कवर्धा बंद तथा 3 घंटे का सांकेतिक चक्काजाम आहूत किया गया था जो पूर्णतः शांतिपूर्ण था पुनः पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया. बच्चों को और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया,
महोदय, इस घटना में दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को तथा 5 अक्टूबर 2021 को थानेदार और नायब तहसीलदार की उपस्थिति में दुर्गेश की पिटाई का वीडियो, हाथ में तलवार लेकर पुलिस के संरक्षण में घूमते लोग, पुलिस की उपस्थिति में हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवा ध्वज को फेंकना उस पर थूकना और रौंदना से स्पष्ट हो जाता है कि पुलिस पक्षपातपूर्ण कार्यवाही कर रही है।
महोदय, इस घटना के साथ-साथ आपका ध्यान एक और विशेष विषय की ओर समय समय से विश्व हिंदू परिषद द्वारा आकृष्ट किया गया है कि बाहरी मुसलमान प्रदेश में अंदर गांव-गांव तक तथा शहरों में घुस रहे हैं तथा कुछ जिहादी मानसिकता के लोगों द्वारा उनको संरक्षण दिया जा रहा है इसी तारतम्य जिला कबीरधाम में कवर्धा नगर पालिका में भी हजारों की संख्या में मुस्लिम बाहर से आकर अवैध रूप से रहने लगे हैं।
हिन्दु समाज के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार और एकपक्षीय पुलिसिया कार्यवाही के संदर्भ में हमारी मांगें निम्न है:
1. पूरी घटना की न्यायिक जांच की जाये और जिहादी मानसिकता वाले जिन्होंने भगवा ध्वज का अपमान किया, जय श्रीराम के जयघोष से चिढ़कर दुर्गेश को पीटा उनकी पहचान कर उन्हें दंडित किया जाये।
2.जिन लोगों पर मामले दर्ज किये गये हैं वे मामले निःशर्तें वापस लिये जाये।
3. जिन अधिकारियों की विवेकहीनता के कारण बर्बर लाठी चार्ज हुआ और 3 हजार से अधिक लोगों को सरेआम पीटा गया ऐसे एस. पी., कलेक्टर, थानेदार कवर्धा, नायब तहसीलदार कवर्धा, को तत्काल निलंबित कर लाठी चार्ज की न्यायिक जांच की जाये।
4. कवर्धा एवं छत्तीसगढ़ प्रांत में अवैध रूप से रह रहे लगभग 6 लाख लोगों की पहचान कर उन्हें बाहर किया जाये।
5. कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर के संरक्षण में नगर के एतिहासिक भोजली तालाब को मुस्लिम समाज द्वारा कब्जा कर लिया गया है उसे तत्काल मुक्त कराया जाऐं।
6. कवर्धा करपात्र जी महराज एवं कबीर पंथ के आचार्यों की कर्मस्थली रही है। पहली बार कवर्धा पर सांम्प्रदायिकता का कलंक लगा है जिसके मूल में जिम्मेदार लोगों की जाँच होनी चाहिए।
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