... धार्मिक आयोजन : "मातृशक्ति ने सिर पर धारण किया कलश" भव्य शोभायात्रा के साथ पत्थलगांव नगर में "नवऊर्जा का संचार", 9 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का शुभारम्भ,होंगे विभिन्न संस्कार ....शोभायात्रा के दौरान पुलिस ने की चाक चौबंद सुरक्षा....

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धार्मिक आयोजन : "मातृशक्ति ने सिर पर धारण किया कलश" भव्य शोभायात्रा के साथ पत्थलगांव नगर में "नवऊर्जा का संचार", 9 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का शुभारम्भ,होंगे विभिन्न संस्कार ....शोभायात्रा के दौरान पुलिस ने की चाक चौबंद सुरक्षा....

 


पत्थलगांव,टीम पत्रवार्ता,20 अक्टूबर 2021

BY प्रदीप ठाकुर 

जिले के पत्थलगांव में अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में 9 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ गायत्री चेतना केंद्र के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।आज नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए सिर पर कलश धारण कर मातृशक्तियों ने भव्य शोभायात्रा के माध्यम से समस्त देवशक्तियों को आमंत्रित किया

उल्लेखनीय है कि 20 से 22 अक्टूबर तक पत्थलगांव में उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।प्राणप्रतिष्ठा के कार्यक्रम में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पंड्या पत्थलगांव आ रहे हैं।21 अक्टूबर की शाम पत्थलगांव के अग्रसेन भवन में आयोजित दीपयज्ञ में वे शामिल होकर आशीर्वचन प्रदान करेंगे वहीँ 22 अक्टूबर को ब्रम्ह मुहूर्त में चेतना केंद्र के प्राणप्रतिष्ठा में वे शामिल होंगे।

आज पत्थलगांव में नगर की महिलाओं के साथ स्थानीय नागरिक व गायत्री परिजनों ने मिलकर भव्य शोभायात्रा निकाली।कलश यात्रा में महिलाओं ने पुरे यात्रा के दौरान सिर पर कलश धारण किया।शोभायात्रा जशपुर रोड से निकलकर सत्यनारायण मंदिर होते हुए  इंदिरा चौक पंहुची ज्सिके बाद अग्रसेन भवन में शोभायात्रा का स्वागत कर आरती उतारी गई।

शांतिकुंज हरिद्वार से आए प्रज्ञापुत्रों ने कलश धारण किए मातृशक्ति का अभिनन्दन किया।कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संयोजक डीआर चौहान ने बताया कि युगसंधि की इस बेला में चारों ओर से विपदाएं मानवता पर संकट बनकर मंडरा रही हैं।ऐसे समय में जागृत आत्माओं के साथ मिलकर यज्ञ के माध्यम से अध्यात्मिक प्रयोग हमेशा से किया जाता रहा है।

21 अक्टूबर को देवशक्तियों के आवाहन व स्थापना के साथ 9 कुंडीय यज्ञ की शुरुआत होगी जिसमें शांतिकुंज हरिद्वार से आए परिब्रजकों द्वारा दीक्षा,अन्नप्राशन.मुंडन,विवाह,जन्मोत्सव,विद्यारम्भ,पुंसवन के साथ विभिन्न प्रकार के संस्कार भी कराए जाएँगे।जिसके बाद शाम को दीपमहायज्ञ का आयोजन किया गया है।जिसमें डॉ चिन्मय पांड्या जनमानस को आशीर्वचन देकर संबोधित करेंगे।

उक्त कार्यक्रम को लेकर पुरे पत्थलगांव में नई उर्जा नई चेतना का साकार रुप देखने को मिल रहा है।हर वर्ग के लोगों का व्यापक सहयोग मिल रहा है।वहीँ गायत्री परिवार के कार्यकर्त्ता पुरे जिले से उक्त कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं।

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