जशपुर,टीम पत्रवार्ता,13 सितम्बर 2021
BY योगेश थवाईत
जशपुर जिले में आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कुल में शिक्षक व अन्य पदों पर भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता की बातें सामने आने के बाद जब प्रदेश स्तर पर मामले की जाँच शुरु हो गई तो अब चयनित अभ्यर्थियों को अपनी नौकरी की चिंता सताने लगी है।उन्हें डर है कि कहीं पुरी भर्ती प्रक्रिया निरस्त न हो जाए।चयनित अभ्यर्थियों ने मामले को सामने लाने वाले संसदीय सचिव पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है।
उल्लेखनीय है कि आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कुल में शिक्षक व अन्य पदों पर भर्ती में अनियमितता नियम विरुद्ध पात्रता सूची व अभ्यर्थियों के साक्षात्कार को लेकर प्रभावित अभ्यर्थियों ने मामले की शिकायत संसदीय सचिव यूडी मिंज से की थी जिसके बाद सरगुजा से जाँच टीम ने आकर पुरी प्रक्रिया पर रोक लगा दी और मामला शासन स्तर तक पंहुच गया और मामले में प्रथम दृष्टया जाँच के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर रुपेश कुमार पाणिग्रही शिक्षक एलबी को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया जा चुका है।
जिसके बाद चयनित अभ्यर्थियों ने जिला कलेक्टर महादेव कावरे को ज्ञापन सौपा है जिसमें उल्लेख है कि वर्तमान में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जो कि अब पूर्ण होने की कगार पर हैं जिसमें व्याख्याता पद में सभी विषयों के पद पर वरीयता चयन सूची जारी भी हो चुकी है। चूंकी इस प्रक्रिया में श्रीमान् माननीय युडी मिंज विधायक कुनकुरी एवं शिक्षा विभाग के उनके सरीन राज लोग व्यर्थ की राजनीति और आरोप लगाकर इस भर्ती प्रक्रिया को रोकना चाहते हैं।
हम सभी चयनित व्याख्याता चयनित अभ्यार्थियों को ज्ञात हैं, कि भर्ती प्रक्रिया में साक्षात्कार हेतु प्रत्येक विकास खण्ड एवं जिला के प्रशासनिक अधिकारी एवं शिक्षा अधिकारियों और 7 विकास खण्ड स्वामी आत्मानंद के प्राचार्य के समक्ष निष्पक्ष साक्षात्कार लिया गया है। और यह भर्ती प्रक्रिया समस्त छत्तीसगढ़ के आत्मानंद स्कूल में स्कूल सेटअप के हिसाब से प्रत्येक विकास खण्ड में आरक्षण रोस्टर के हिसाब से लिया गया है।
जो कि छ०ग० शासन के लोक शिक्षण संस्थान विभाग के द्वारा दिया गया था। साथ ही इसमें हम सभी व्याख्याता चयनित अभ्यर्थियों से किसी प्रकार का लेनदेन या इस संबंध में कोई भी बात किसी से नहीं की गयी है। चयनित अभ्यर्थियों के दृष्टिकोण में मेरिट के आधार पर निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया शिक्षा विभाग जशपुर के द्वारा सम्पन्न किया गया है यह प्रक्रिया पूर्ण रूप से पारदर्शि है। मीडिया एवं कुछ समाचार पत्रों के द्वारा गलत अभ्यर्थी के द्वारा कम्प्यूटर शिक्षक के पद एवं दुसरे पद के विरुद्ध में गलत आरोप को प्रदर्शित किया गया है इसमें सभी अभ्यर्थियों का दावा आपत्ति निराकरण करके शिक्षा विभाग ने अंतिम मेरिट सूची जारी किया।
बहरहाल चयनित अभ्यर्थियों के द्वारा कलेक्टर को उक्त ज्ञापन सौपा गया है।जिसके बाद एक बार फिर से भर्ती प्रक्रिया को लेकर राजनीति गरम हो गई है।अब देखना होगा कि अनियमितता के आरोपों से घिरे जिला शिक्षा अधिकारी इस पुरी प्रक्रिया को कैसे क्लीन चिट देते हैं और जिला प्रशासन का इस पुरे मामले पर क्या रुख होता है।मामले में संसदीय सचिब यूडी मिंज नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने पुरी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर पारदर्शिता के साथ चयन प्रक्रिया पूर्ण करने की बात कही है।
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