जशपुर,टीम पत्रवार्ता,24 सितंबर 2021
BY योगेश थवाईत
छत्तीसगढ़ के जशपुर में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।खबर है कि जिले में खनिज न्यास मद के तहत राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा संचालित दिव्यांग केंद्र में दो कर्मचारियों के द्वारा निःशक्त बच्चियों के साथ अमानवीय कृत्य किया गया है।देर रात बच्चियों से अनाचार का प्रयास किया गया जिसके बाद यहां के दो कर्मचारियों को हटा दिया गया।
पत्रवार्ता को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना 22 सितंबर के रात 11 बजे के आसपास की बताई जा रही है।जहां दो अस्थायी कर्मचारी नशे की हालत में दिव्यांग केंद्र पंहुचे और जमकर उत्पात मचाने लगे।घटना के दिन अधीक्षक केंद्र में नहीं थे और केयर टेकर कही बाहर थे।लिहाजा एक रसोइये और नशे में चुर चौकीदार के भरोसे दिव्यांग बच्चे थे।
घटना के समय नशे में लिप्त दोनों अस्थायी कर्मचारियों ने पहले तो वहां रात्रि ड्यूटी में लगे रसोइये को उसके कमरे में बंद कर दिया और दिव्यांग बच्चियों को दौड़ाने लगे।इस दौरान बच्चियां अपने को बचाने के लिए परिसर में भागती रहीं।और नाली में भी गिरीं,कुछ के कपड़े फटे और कुछ बच्चियों को चोट भी लगी।नशे में चुर कर्मचारियों ने दिव्यांग बच्चियों के साथ जमकर छेड़छाड़ की और उनके साथ अनाचार का प्रयास किया हांलाकि अपने मंसूबों पर वे कामयाब नहीं हो सके और बच्चियों ने उनका जमकर प्रतिकार किया।
उल्लेखनीय है कि यहां पदस्थ अधीक्षक कभी भी दिव्यांग केंद्र में नहीं रहते और केयर टेकर के भरोसे हॉस्टल संचालित होता है।दिव्यांग बच्चों की भाषा समझने वाले प्रशिक्षित कर्मचारी यहां पदस्थ नहीं किए गए हैं।वहीं इस घटना के बाद बच्चियों के पालकों में रोष है।जिस विश्वास के साथ उन्होंने अपने बच्चों को दिव्यांग केंद्र भेजा था वह विश्वास अब टूटता हुआ नजर आ रहा है।
खनिज न्यास मद के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों के उत्थान के लिए पूर्व कलेक्टर ने उक्त केंद्र की स्थापना की थी।जिसका संचालन राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा किया जाता है।जब मामले की जानकारी विभाग के अधिकारियों को हुई तो आनन फानन में दोनों कर्मचारियों को हटा दिया गया और मामले में पर्दा डालने की कोशिश की गई।यहां के कर्मचारियों व बच्चों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि कोई इन बातों को परिसर से बाहर जाने न दे।
चूंकि मामला नाबालिग दिव्यांग बच्चों से जुड़ा है लिहाजा चाईल्ड लाईन के द्वारा बच्चियों से बयान लिया जा सकता है।जिन्हें बिना किसी डर के बच्चियां अपनी बात बता सकें।
जिला कलेक्टर महादेव कावरे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की बात कही है उन्होंने एसपी जशपुर को जांच के लिए निर्देशित किया है।
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