जशपुर,टीम पत्रवार्ता,01 अगस्त 2021
BY योगेश थवाईत
पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने टाँगरगांव पंहुचकर आसपास के दस ग्राम पंचायत के सरपंच,जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से मुलाकात की।उन्होंने यहां उपस्थित जनसमूह को ओजस्वी महापंचायत का दर्जा दिया और नारी शक्ति को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि जल,जंगल,जमीन के बदौलत हमारा जीवन है।जिसे किसी कीमत पर बरबाद होने नहीं देंगे।हमारी जान चली जाएगी पर हम इनको अपने जमीन पर पैर रखने नहीं देंगे।उन्होंने ग्रामीणों को जागरुक करते हुए कहा कि नारी शक्ति सबसे बड़ी शक्ति है।घर,परिवार और समाज की शक्ति नारी है।यहां स्टील फैक्ट्री के विरुद्ध नारी शक्ति को मजबूती से खड़े होने की आवश्यकता है।हर कदम पर उन्होंने गांव के लोगों के साथ खड़े होने की बात कही।
पूर्व मंत्री ने कहा कंपनी के फौज से हम हारने वाले नहीं हैं।उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर को वे बधाई नहीं देंगे हांलाकि जनसुनवाई रोककर जिला प्रशासन ने ग्रामीणों के हित में कार्य किया है।जब जनसुनवाई को कलेक्टर साहब पूर्णतः निरस्त कर देंगे तो सब मिलकर उनको बधाई भी देंगे और उनका पारंपरिक रीति रिवाज से स्वागत भी करेंगे।
यहां श्री भगत ने ग्रामीणों से मिलकर कहा कि जल,जंगल,जमीन के लिए ग्रामीण एकजुट हैं।किसी भी हालत में कंपनी वालों को घुसने यहां नहीं देंगे।उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि कानून का पालन करते हुए वे विरोध प्रदर्शन करते रहें वे उनके साथ हैं।हांलाकि पूर्व मंत्री ने ग्रामीणों को अपनी सुरक्षा के लिए छोटे डंडे के बजाए 6 फ़ीट का बड़ा डंडा रखने की सलाह दी।
गांव की सबसे वृद्ध महिला नेत्री रायमुनी पैंकरा ने इस महापंचायत में जब कहना शुरु किया तो उसकी आँखों मे आंसू आ गए।अपने गांव की मिट्टी के लिए संघर्ष करने वालों का जनसमूह देखकर वह भाव विभोर हो गई।आसपास के दस ग्राम पंचायत से आए सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के विशाल जन समूह को रुंधे स्वर से संबोधित करते हुए श्रीमती रायमुनी ने कहा कि स्टील प्लांट के विरुद्ध उनके हौसले के आसपास के सभी ग्रामीण खड़े हैं ये उनके लिए गर्व की बात है।उन्होंने जल ,जंगल,जमीन की सुरक्षा के लिये सभी को कमर कसकर खड़े होने का निवेदन किया।
गांव के काशीराम ने कहा यहां दुर्लभ जड़ी बूटियों के साथ सरना स्थली है जिसके साथ किसी भी प्रकार से समझौता नहीं किया जा सकता।सुखसाय चौहान ने बताया कि बंजर जमीन बताकर जहां स्टील प्लांट की स्थापना करने का प्रयास किया जा रहा है उस गांव में फसल लहलहा रही है।ऐसे में फैक्ट्री की स्थापना से उनकी जमीनें बंजर हो जाएंगी जिसकी चिंता उन्हें सता रही है।
जनजातीय सुरक्षा मंच के हितरक्षा प्रमुख रामप्रकाश पांडेय ने महापंचायत में उपस्थित नारी शक्ति को नमन करते हुए कहा कि यहां के हथगड़ा में कभी 700 तालाब हुआ करते थे।यहां पुरातात्विक महत्व के प्राचीनतम अवशेष आज भी विद्यमान हैं।सैकड़ों साल पुराना शिवलिंग यहां स्थापित है।जिसके संरक्षण की कोई बात नहीं की जा रही बल्कि स्टील प्लांट लगाकर यहां के विनाश का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कानून और संविधान भी यही कहता है कि जब तक गांव के लोग ग्रामसभा के माध्यम से कोई प्रस्ताव पारित नहीं करते हैं तब तक गांव में कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता फिर स्टील उद्योग की बात तो बहुत दूर की है।न यहां कोयला है न लोहा है फिर यहां बिजली, स्टील और लौह उद्योग की स्थापना क्यों की जा रही है।उन्होंने ग्रामीणों के साथ बात करते हुए बताया कि हथगड़ा के आसपास प्राचीन गढ़ जमीदोंज है।यहां के जमीन में सोना है जिसे खोदने के कुत्सित प्रयास को कभी सफल होने नहीं देंगे।
फिलहाल गांव में स्टील प्लांट के विरुद्ध ग्रामवासी एकजुट हो गए हैं वहीं अब अन्य 10 ग्राम पंचायतों से भी लोग जुटने शुरु हो गए हैं।अब देखना होगा कि प्रशासन का अगला कदम क्या होता है।ग्रामीणों ने साफ शब्दों में कहा है कि वे ग्राम सभा का प्रस्ताव किसी भी कीमत पर नहीं देंगे।
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