... IMPACT पत्रवार्ता सरोकार : अंततः विधायक की समझाईश के बाद माने पहाड़ी कोरवा,तत्काल बोर खनन के आश्वासन पर ख़त्म किया चक्काजाम,तहसीलदार व पीएचई विभाग के कर्मचारी पंहुचे मौके पर,कलेक्टर महादेव कावरे ने गंभीरता से तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने के दिए निर्देश

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IMPACT पत्रवार्ता सरोकार : अंततः विधायक की समझाईश के बाद माने पहाड़ी कोरवा,तत्काल बोर खनन के आश्वासन पर ख़त्म किया चक्काजाम,तहसीलदार व पीएचई विभाग के कर्मचारी पंहुचे मौके पर,कलेक्टर महादेव कावरे ने गंभीरता से तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने के दिए निर्देश

 


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,02 जुलाई 2021 

BY योगेश थवाईत

जिले के बगीचा जनपद पंचायत अंतर्गत बहोरा ग्राम पंचायत के विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के लोगों के द्वारा सन्ना बगीचा मुख्य मार्ग में चक्काजाम किये जाने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया।कलेक्टर महादेव कावरे के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा मौका सर्वे कर पेयजल की व्यवस्था बनाने की पहल शुरू कर दी गई है।वहीँ ग्रामीणों ने जशपुर विधायक से मोबाईल पर बात कर बोरिंग का पूर्ण आश्वासन लेने के बाद ही चक्का जाम हटाया।

 

उल्लेखनीय है कि बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बहोरा के ग्राम जोलबोदारा में लगभग 50 की संख्या में पहाड़ी कोरवा परिवार रहते हैं।लगभग ढाई किलोमीटर से ढोढ़ी का पानी ये लेकर आते हैं अब बरसात होने के कारण ढोढ़ी का पानी गंदा हो गया है लिहाजा अब इनके सामने पेयजल का संकट आ गया है।कई बार मांग करने के बाद भी न तो सड़क बनी न पेयजल की व्यवस्था हुई।जिससे परेशान होकर अब पहाड़ी कोरवाओं ने सन्ना बगीचा मुख्य मार्ग को बहोरा के पास चक्का जाम कर दिया था।

इस खबर को पत्रवार्ता ने प्रमुखता से उठाते हुए पहाड़ी कोरवाओं की समस्या पर शासन प्रशासन का का ध्यान आकृष्ट कराया था जिसके बाद जशपुर विधायक विनय भगत ने कलेक्टर से बात कर समस्या के निराकरण का निर्देश दिया।कलेक्टर महादेव कावरे की पहल पर सन्ना तहसीलदार रौशनी तिर्की व पीएचई विभाग के कर्मचारी मौके पर पंहुचे और ग्रामीणों को आश्वासन देकर चक्का जाम समाप्त कराया।

आपको बता दें कि आजादी के 70 साल बाद भी पहाड़ी कोरवा अगर ढोढी का गन्दा पानी पीने को मजबूर हैं तो यह शासन प्रशासन के विकास के सारे दावों की पोल खोलते हुए कई सवाल खड़े करती है।फिलहाल जिला कलेक्टर ने इस मुद्दे पर संवेदशीलता के साथ इसके निराकरण की पहल की है।अब देखना होगा कि ग्रामीणों को कब तक पेयजल की सुविधा मिल पाती है। 

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