जशपुर,टीम पत्रवार्ता,02 जून 2021
जिला चिकित्सालय के करोड़ों के कथित भ्रष्टाचार में जिला प्रशासन के द्वारा लीपापोती करने का आरोप पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने लगाया है।उन्होंने कहा कि जांच समिति पर आपत्ति दर्ज करने के बाद उसमें भले दो सदस्यों को और जोड़ा गया है किंतु जब तक सिविल सर्जन जिनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप है उन्हें पद से नही हटाया जाता है तब तक जांच सही होगी यह नहीं कहा जा सकता है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि आरएमओ को पद से हटाया गया तो सिविल सर्जन को क्यों नही हटाया गया ? साथ ही उन्होंने नए आरएमओ की पदस्थापना को लेकर भी सवाल उठाए और कहा ये तो आसमान से गिरे खजूर पर अटके वाली कहावत हो गई।क्या जिला प्रशासन को इस बात की जानकारी नहीं है कि जिन्हें नए आरएमओ का चार्ज दिया गया है वो स्वयं भ्रष्टाचार के दौरान स्टोर प्रभारी रह चुकी हैं ।
क्या ऐसी स्थिति में विश्वास किया जा सकता है कि इतने बड़े घोटाले की जांच सही ढंग से हो पाएगी।अब तक दस्तावेजों की जांच भी शुरू नही हो पाई है ।आखिर जिले के नागरिकों के स्वास्थ को लेकर हुए इस बड़े भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन इतनी धीमी गति से क्यों चल रहा है।
जिला प्रशासन के इस जांच में उठ रहे हर कदम संदेहास्पद है इसलिए मैंने पूर्व में भी कहा है और आज भी कहता हूँ कि जल्द से जल्द जांच कर मामले में एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए और यदि ऐसा नही हुआ तो हम सड़क पर उतर कर इसका विरोध करेंगे।फिलहाल पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के द्वारा लगातार उक्त मुद्दे पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जल्द जाँच की मांग की जा रही है।
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