... ब्रेकिंग पत्रवार्ता : आदिवासी "किसान" ने अपने खेत से लगे पेड़ पर फांसी लगाकर की "खुदकुशी",टमाटर के साथ किसान ने की थी सब्जियों की खेती,जशपुर के किसानों का हाल बेहाल,पुलिस ने बताई ये बात....."कलेक्टर" ने कहा शासन को भेजेंगे "मंडी का प्रस्ताव"

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ब्रेकिंग पत्रवार्ता : आदिवासी "किसान" ने अपने खेत से लगे पेड़ पर फांसी लगाकर की "खुदकुशी",टमाटर के साथ किसान ने की थी सब्जियों की खेती,जशपुर के किसानों का हाल बेहाल,पुलिस ने बताई ये बात....."कलेक्टर" ने कहा शासन को भेजेंगे "मंडी का प्रस्ताव"

   


जशपुर,टीम पत्रवार्ता,22 मई 2021

BY योगेश थवाईत

जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड अंतर्गत मुढ़ी ग्राम पंचायत के बीजाघाट में 30 वर्षीय किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है।पंडरापाठ पुलिस मामले की जांच कर रही है वहीं खुदकुशी को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

पुलिस सूत्रों से पत्रवार्ता को मिली जानकारी के अनुसार मृतक मनबाेध 30 वर्ष पिता सुखराम मुढ़ी ग्राम पंचायत के अंतर्गत बीजघाट का रहने वाला था।जिसने लगभग एक एकड़ में टमाटर,बैंगन,भाजी समेत अन्य सब्जियों की खेती की थी।

परिवार के लोगों ने बताया कि मृतक किसान खेत की पहरेदारी करने के लिए कल सुबह घर से निकला था जिंसके बाद वह वापस अपने घर नहीँ लौटा।परिवार के लोगों ने जब खोजबीन शुरु की तो उसकी लाश खेत से लगे एक पेड़ में फांसी के फंदे पर झूलती हुई मिली।

मृतक मनबोध नगेशिया जनजाति का है।खुदकुशी को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।कुछ ग्रामीणों का कहना है कि वह खेती को लेकर परेशान था।उसने मेहनत करके सब्जियां उगाई थी जिसमें टमाटर,लौकी व अन्य सब्जियां अब तैयार होने को थी और लॉक डाऊन के कारण उसकी बिक्री को लेकर वह तनाव में था।

वहीं ग्राम पंचायत के सचिव से जब पत्रवार्ता ने बात की तो उन्होंने ग्रामीण चर्चा के आधार पर और ही कोई दूसरी बात बताई।उन्होंने बताया कि मृतक मनबोध की चार बेटियां हैं और वह अपनी साली को ब्याह कर अपने घर लाना चाहता था।इस बात को लेकर वह तनाव में था।हांलाकि पुलिस की जांच में फिलहाल ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है।पुलिस सुसाईड के कारणों का पता लगा रही है।

बगीचा के पाठ क्षेत्र में इन दिनों किसान लोन लेकर हजारों एकड़ में बड़े पैमाने पर टमाटर,मिर्च समेत सब्जियों की खेती कर रहे हैं।लगातार सब्जियों के उत्पादन से किसानों के सामने अब फसल की बिक्री को लेकर बड़ी समस्या आ गई है।लॉक डाऊन के कारण किसानों को सही बाजार नहीं मिल पा रहा है वहीं किसानों की फसल बरबाद हो रही है।जिससे किसान कर्ज तले बोझ में दब रहे हैं और उनका मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है जिससे किसान मानसिक अवसाद से ग्रस्त हो रहे हैं।

फिलहाल बगीचा अनुविभाग में किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है तहसीलदार पटवारी एसडीएम के साथ आरोप प्रत्यारोप में उलझे हुए हैं वहीं किसानों का हाल बेहाल बना हुआ है।जरूरत है जिला प्रशासन को इस दिशा में पहल करने की जिससे किसानों को सब्जियों के लिए उचित बाजार मिल सके और किसान मानसिक अवसाद से बाहर निकल सकें।

मामले में पत्रवार्ता से चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर महादेव कावरे ने कहा कि उक्त मामले में मृतक के पारिवारिक कारणों से तनाव की बात सामने आ रही है।हांलाकि पाठ क्षेत्र में वृहद पैमाने पर मिर्च,टमाटर,नाशपाती व अन्य फसलों का उत्पादन हो रहा है।लॉक डाऊन के कारण किसानों के सामने समस्या है।स्थानीय स्तर पर मंडी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।जिससे किसानों को सही समय पर फसल का सही दाम मिल सकेगा।

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