जशपुर,टीम पत्रवार्ता,26 अप्रैल 2020
छतीसगढ़ के जशपुर जिले की बगीचा पुलिस ने लगभग 10 महीने पहले हुए हत्या के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।सभी आरोपी आपस में दोस्त हैं जिन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दिया और घटना पर पर्दा डालने के लिए एक साथ मिलकर कसम खाए कि कुछ भी हो जाए हत्या की बात अपने दिल में ही दबा के रखेंगे,किसी को कुछ नहीं बताएंगे।मामले में पुलिस की लंबी पड़ताल के बाद जो सच सामने आया उसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे......?
मृतक |
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के बगीचा थाने के अंतर्गत टटकेला गांव में पिछले 15 जून को गांव के ही अरविंद लकड़ा पिता अथनस की हत्या कर दी गई थी।जिसे आरोपियों ने गांव के गोरटो चट्टान के नीचे पेड़ में बैल बांधने वाली रस्सी से टांगकर इस घटना को फाँसी से मौत दिखाने का प्रयास किया था।विवेचना अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक एके दास ने बताया कि प्रारंभ से ही यह मामला संदेहास्पद था जिसमें मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या के मामले को पुष्ट कर दिया था।
बगीचा थाना प्रभारी एसआर भगत ने बताया कि इस वारदात में पीएम रिपोर्ट मिलते ही हत्या करने वाले आरोपियों की खोजबीन पुलिस ने शुरु कर दी थी।जिसमें आरोपी पुलिस को लगातार घुमाते रहे और भ्रमित करते रहे।सहायक उपनिरीक्षक एके दास ने आरोपी निर्मल व अनुरंजन से जब क्रॉस किया तो सारा सच सामने आ गया।
मृतक |
पुलिस को दिए गए बयान में आरोपी निर्मल ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
जिसमें उसने बताया कि मृतक अरविन्द लकडा पागलों जैसी हरकत करता था और एक आरोपी की मां का नाम लेकर बोलता था कि वही बूला रहीं हैं और खून मांग रही है।यह बात पूरे गांव को पता थी।जिसके कारण आरोपी व उसकी मां दोनों तनाव में रहते थे।अरविंद बार बार आरोपी के घर चला जाता था।
आरोपी निर्मल के पोल्ट्री फार्म में दूसरा आरोपी अनुरंजन काम करता था जहां उसने निर्मल को सारी बात बताई और अरविंद लकड़ा की हत्या की योजना बनाई।जिसमें उन्होंने अपने तीन अन्य साथियों को भी शामिल कर लिया।
पिछले 15 जून को रात्रि 3:30 बजे पांचों आरोपी मिलकर उसे गांव के गोरटो स्थित महुआ पेड़ के पास ले गए जहां मृतक अरविंद के हाथ को अलीफ विश्वकर्मा,अवीन लकड़ा पकड़े और पीछे से अनुरंजन व नसीब मुंह को दबा दिए जिसके बाद निर्मल ने लकड़ी के बेत से उसके सिर व शरीर में मारकर उसकी हत्या कर दिए।जिसके बाद सभी आरोपी मिलकर चट्टान के पास उसके शव को करंज पेड़ में लटका दिए।जिसके बाद लकड़ी के बेंत को फेंककर वे वहां से चल दिए और मृतक के खून से सने अपने कपड़ों को जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की।
पुलिस ने पांचों आरोपियों निर्मल कुजूर,अलीफ विश्वकर्मा, अवीन लकडा,नसीब उर्फ बिल्टू टोप्पो व अनुरंजन कुजूर के खिलाफ आईपीसी की धारा 302,201,120 बी 147,149 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।इस पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी,एसआर भगत,सहायक उपनिरीक्षक अलंगो कुमार दास,आरक्षक राजकुमार मनहर,राजकुमार बघेल,शशिकांत टोप्पो,प्रवीण खलखो,संतोष एक्का,अरुण कुजूर की टीम अलग अलग स्थानों से आरोपियों की गिरफ्तारी की।
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