बिलासपुर,टीम पत्रवार्ता,29 मार्च 2020
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सरकारी बंगले में लोगों की भीड़ जुटने के मामले में कांग्रेस विधायक शैलेष पाण्डेय के खिलाफ सिविल लाइन पुलिस ने FIR दर्ज किया है।धारा 144 के उल्लंघन पर धारा 269 और महामारी अधिनियम की धारा 188 के तहत पुलिस ने FIR दर्ज किया है।उक्त मामले पर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा है कि यह प्रायोजित FIR है यह जांच का विषय है कि यह किसके इशारे पर हुआ है वहीं उक्त कार्रवाई के खिलाफ विषेशाधिकार हनन के तहत कार्यवाही की मांग के साथ उन्होंने न्यायालय की शरण लेने की बात कही है।
दरअसल,लॉक डाउन के चलते पिछले कुछ दिनों से बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय सारे नियमों का पालन करते हुए लोगों को राशन सामग्री बांट रहे थे,लेकिन रविवार को उनके सरकारी बंगले में राशन लेने जरूरतमंदों की भीड़ टूट पड़ी।
बड़ी संख्या में लोग राशन लेने सरकारी आवास पहुंच गए। पुलिस को दल बल के साथ अनाउंसमेंट कर भीड़ को हटाना पड़ा।जिसमें खुद विधायक महोदय ने भी पुलिस का साथ दिया।
इधर विधायक शैलेष पाण्डेय का कहना है कि वे कुछ दिनों से जरूरतमंद लोगों की मदद करने राशन का पैकेट लोगों के घर तक पहुँचा रहे हैं। लेकिन आज अचानक सरकारी आवास में भीड़ इकट्ठी हुई तो वो खुद पुलिस को सूचना देकर अनाउंसमेंट कर लोगों से घर वापस जाने की अपील कर रहे थे।
विधायक शैलेष पाण्डेय ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी बड़ी भीड़ जब सड़क पर निकली तब किसी की नज़र क्यों नहीं पड़ी क्योंकि विधायक के बंगले पर पहुंचने से पहले IG ऑफिस,अजीत जोगी बंगला और महापौर का बंगला पड़ता है। विधायक ने मामले को लेकर कोर्ट जाने की बात कही है।
बड़ी संख्या में लोग राशन लेने सरकारी आवास पहुंच गए। पुलिस को दल बल के साथ अनाउंसमेंट कर भीड़ को हटाना पड़ा।जिसमें खुद विधायक महोदय ने भी पुलिस का साथ दिया।
स्थानीय प्रशासन पर जमकर भड़के विधायक देखिये
VIDEOइधर विधायक शैलेष पाण्डेय का कहना है कि वे कुछ दिनों से जरूरतमंद लोगों की मदद करने राशन का पैकेट लोगों के घर तक पहुँचा रहे हैं। लेकिन आज अचानक सरकारी आवास में भीड़ इकट्ठी हुई तो वो खुद पुलिस को सूचना देकर अनाउंसमेंट कर लोगों से घर वापस जाने की अपील कर रहे थे।
विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने गलत कार्रवाई की है। ये उनके विशेषाधिकार का हनन है। सीएम ने कहा है, प्रदेश का कोई भूखा न रहे, इसे ध्यान में रखते हुए वे जरूरतमंदों को राशन का पैकेट घर पहुँचा रहे हैं। ये जन सहयोग के खिलाफ किसी ने साजिश रची है।
विधायक शैलेष पाण्डेय ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी बड़ी भीड़ जब सड़क पर निकली तब किसी की नज़र क्यों नहीं पड़ी क्योंकि विधायक के बंगले पर पहुंचने से पहले IG ऑफिस,अजीत जोगी बंगला और महापौर का बंगला पड़ता है। विधायक ने मामले को लेकर कोर्ट जाने की बात कही है।
बिलासपुर शहर के एएसपी ओपी शर्मा ने क्या कहा देखें
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बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने अपील करते हुए कहा
प्रिय साथियों,
मुझे आपके माध्यम से पता चला है कि, मेरे विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया है। मुझे दी गई जानकारी के अनुसार मुझ पर आरोप है कि मैं अपने निवास में भीड़ को आमंत्रित कर कोरोना के प्राणघातक संक्रमण को बढ़ा रहा था, मैंने धारा 144 का उल्लंघन किया है। मैं इस पटकथा से चकित हूँ और आपके सामने तथ्य रख रहा हूँ
यह बिलकुल सही है कि हम लगातार नागरिकों तक अनाज दवा पहुँचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। मुझे जहां से सूचना मिल रही है, मैं वहाँ पहुँच रहा हूँ जो ज़ाहिर है मेरा दायित्व है। लोगों को भोजन मिले इसकी व्यवस्था भी है जिसमें निश्चित तौर पर मेरी सहभागिता है। यह सब करते हुए मैं और मेरे सभी साथी सुरक्षा मान्य निर्देशों का पालन करते हैं और नागरिकों से भी करने का आग्रह करते हैं।
बीते सात दिनों से कोई क्षण ऐसा नहीं है कि मैंने अपने दायित्व से एक क्षण मुख मोड़ा हो। यह समस्या सरकार की बस नहीं है, हर व्यक्ति हर नागरिक को साझा होकर लड़ना है। नागरिकों को दवा मिले, अनाज मिले भोजन मिले इसकी व्यवस्था करना और यह सुचारु रुप से होती रहे यह मेरा दायित्व है।
आज जबकि मैं कार्यालय पहुँचा तो भीड़ बेहद ज़्यादा थी, मैने एडिशनल एसपी को फ़ोन किया और उन्हें आकर व्यवस्था देने का आग्रह किया। वे आए और उन्हीं की गाड़ी से मैंने नागरिकों से आग्रह किया कि, वे घर जाएँ, उन तक अनाज और दवा पहुँचेंगी, बिलकुल वैसे ही जैसे कि पहुँच रही हैं।
मैं केवल अपने निहित दायित्वों का निर्वहन कर रहा हूँ, मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने नागरिकों की सेवा की तो कोई अपराध किया है। मैं फिर दोहराता हूँ हमने किसी भी सुरक्षा मानकों का कोई उल्लंघन नहीं किया बल्कि सभी को लगातार सतर्क भी करते रहे हैं।
विधायक शैलेष पांडेय ने कहा है कि वे सावधानी के मान्य नियमों का पूर्व की तरह पालन करते हुए अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेह रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता रहूंगा। उसे निभाते रहूंगा।
प्रिय साथियों,
मुझे आपके माध्यम से पता चला है कि, मेरे विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया है। मुझे दी गई जानकारी के अनुसार मुझ पर आरोप है कि मैं अपने निवास में भीड़ को आमंत्रित कर कोरोना के प्राणघातक संक्रमण को बढ़ा रहा था, मैंने धारा 144 का उल्लंघन किया है। मैं इस पटकथा से चकित हूँ और आपके सामने तथ्य रख रहा हूँ
यह बिलकुल सही है कि हम लगातार नागरिकों तक अनाज दवा पहुँचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। मुझे जहां से सूचना मिल रही है, मैं वहाँ पहुँच रहा हूँ जो ज़ाहिर है मेरा दायित्व है। लोगों को भोजन मिले इसकी व्यवस्था भी है जिसमें निश्चित तौर पर मेरी सहभागिता है। यह सब करते हुए मैं और मेरे सभी साथी सुरक्षा मान्य निर्देशों का पालन करते हैं और नागरिकों से भी करने का आग्रह करते हैं।
बीते सात दिनों से कोई क्षण ऐसा नहीं है कि मैंने अपने दायित्व से एक क्षण मुख मोड़ा हो। यह समस्या सरकार की बस नहीं है, हर व्यक्ति हर नागरिक को साझा होकर लड़ना है। नागरिकों को दवा मिले, अनाज मिले भोजन मिले इसकी व्यवस्था करना और यह सुचारु रुप से होती रहे यह मेरा दायित्व है।
मैं आभारी हूँ अपने साथियों का,व्यवसायिक संस्थानों का जिनके पास मैं गया और उन्होंने मुक्त हाथों मेरी मदद की, इन्हीं की मदद से मैं सारी व्यवस्था उपलब्ध करा पा रहा हूँ।
आज जबकि मैं कार्यालय पहुँचा तो भीड़ बेहद ज़्यादा थी, मैने एडिशनल एसपी को फ़ोन किया और उन्हें आकर व्यवस्था देने का आग्रह किया। वे आए और उन्हीं की गाड़ी से मैंने नागरिकों से आग्रह किया कि, वे घर जाएँ, उन तक अनाज और दवा पहुँचेंगी, बिलकुल वैसे ही जैसे कि पहुँच रही हैं।
मेरे लिए यह चकित करने वाला विषय है कि, आज अचानक यह भीड़ कैसे आई।
मैं केवल अपने निहित दायित्वों का निर्वहन कर रहा हूँ, मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने नागरिकों की सेवा की तो कोई अपराध किया है। मैं फिर दोहराता हूँ हमने किसी भी सुरक्षा मानकों का कोई उल्लंघन नहीं किया बल्कि सभी को लगातार सतर्क भी करते रहे हैं।
मैं आहत हूँ.मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यह प्रायोजित कार्यक्रम (FIR) का प्रायोजक कौन है,मैं इस मसले पर न्यायालय की शरण लूँगा,साथ ही विशेषाधिकार हनन के तहत कार्यवाही की माँग करते हुए,विधि द्वारा जो संरक्षण हर नागरिक की तरह जो मुझे भी मिला है,मैं इसका उपयोग करुंगा
विधायक शैलेष पांडेय ने कहा है कि वे सावधानी के मान्य नियमों का पूर्व की तरह पालन करते हुए अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेह रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता रहूंगा। उसे निभाते रहूंगा।
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