... भर्राशाही :"शिक्षा विभाग " में चल रहा मनमाना खेल" BEO को पता नहीं और बदल गए समन्वयक,BRC से अनबन या कुछ और...? पूरी खबर सिर्फ पत्रवार्ता पर

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भर्राशाही :"शिक्षा विभाग " में चल रहा मनमाना खेल" BEO को पता नहीं और बदल गए समन्वयक,BRC से अनबन या कुछ और...? पूरी खबर सिर्फ पत्रवार्ता पर



पत्थलगांव,टीम पत्रवार्ता,14 अक्टूबर 2019

यूँ तो जशपुर जिले की शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही चरम पर है वहीँ अब पत्थलगाँव शिक्षा विभाग में अधिकारियों का मनमाना रवैया थमने का नाम नहीं ले रहा है।विभाग द्वारा शैक्षणिक सत्र के बीच में ही बिना किसी आधार के शैक्षिक समन्वयक को हटा दिया गया है वहीं दूसरे समन्वयक को स्थानांतरित कर नई नियुक्ति भी कर दी गई है।खास बात यह कि विकासखंड शिक्षाधिकारी तक को इस कार्यवाही की भनक तक नहीं है। मामला सामने आने के बाद  विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। 

उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग में शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त रखने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सभी विकासखंडों को अलग-अलग संकुलों में बांटा गया है और प्रत्येक संकुल के लिए संकुल प्रभारी तथा शैक्षिक समन्वयक की नियुक्ति की गई है। इनका कार्य संकुल के अंतर्गत आने वाले समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था की देख-रेख के साथ ही समस्त प्रशासकीय कार्यों का परिपालन अपनी देख-रेख में संपन्न कराना है।

जिले के पत्थलगांव विकासखंड के अंतर्गत वर्तमान में 23 संकुल हैं जिनमें से किलकिला संकुल में शिक्षक पंचायत चूड़ामणि यादव को शैक्षिक समन्वयक बनाया गया है वहीं गाला संकुल में कृष्णा यादव को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इनमें से चूड़ामणि यादव को कलेक्टर के आदेश पर प्रतिनियुक्ति में समन्वयक बनाया गया है। शनिवार को हुए आकस्मिक घटनाक्रम में चूड़ामणि यादव को किलकिला समन्वयक के पद से हटाने का आदेश विभाग द्वारा प्रसारित कर दिया गया। वहीं गाला के समन्वयक कृष्णा यादव को किलकिला स्थानांतरित करते हुए गाला में रविशंकर यादव की नियुक्ति कर दी गई।

अचानक से सामने आया यह आदेश शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बन गया है। गौरतलब है कि वर्तमान समन्वयकों में से चूड़ामणि यादव का कार्य कई समन्वयकों से बेहतर बताया जाता है। दूसरी ओर उन्हें लेकर किसी भी प्रकार की कोई शिकायत भी सामने नहीं आई है। ऐसे में विभाग द्वारा आनन-फानन में लिए गए इस फैसले को लेकर सवाल उठने लगे हैं। 

उधर विकासखंड शिक्षाधिकारी डीआर भगत ने मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है। उनका कहना है कि समन्वयक चूड़ामणि यादव को हटाने के साथ ही गाला समन्वयक के स्थानांतरण और वहां नई नियुक्ति के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने चूड़ामणि यादव से ही उन्हें हटाए जाने के संबंध में जानकारी मिलने की बात कही। बिना बीईओ की जानकारी के इस प्रकार कार्रवाई होने पर उन्होंने हैरानी जताई। 

यह मामला सामने आने के बाद पत्थलगांव विकासखंड में अधिकारियों के द्वारा समन्वयकों के साथ समुचित व्यवहार नहीं करने के मामले की पुष्टि होने लगी है। 

उल्लेखनीय है कि कुछ माह पूर्व ही कोतबा के समन्वयक मदन साहू ने बीआरसी द्वारा दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अभी हटाए गए समन्वयक चूड़ामणि यादव की भी बीआरसी के साथ अनबन होने की बात सामने आ रही है। कई समन्वयकों ने दबी जुबान में इसे मनमानी कार्रवाई बताया है। दूसरी ओर चूड़ामणि यादव ने भी बीआरसी के साथ अनबन की बात स्वीकार की है।

चूड़ामणि यादव का कहना है कि बीआरसी द्वारा लंबे समय से उनके कार्य को गलत बताने का प्रयास किया जाता रहा है। यही नहीं वे पहले भी उन्हें हटाने की कोशिश कर चुके हैं। हालांकि इसकी वजह के बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। मामले में अब तक बीआरसीसी लक्ष्मण शर्मा का पक्ष सामने नहीं आया है उधर जिला मिशन समन्वयक श्री पैंकरा ने मामले की विस्तार से जानकारी लेने की बात कही है। 


मामले में जिला कांग्रेस अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने समन्वयक को मनमाने ढंग से हटाए जाने की पूरी प्रक्रिया को  गलत बताया है। इस मामले में जिला मिशन समन्वयक और बीआरसीसी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाने की बात उन्होंने पत्रवार्ता से कही है। उन्सहोंने बताया कि समुचित कार्रवाई नहीं करने पर मामले को शिक्षा मंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा।

‘‘समन्वयक को हटाए जाने के आदेश पर मैंने हस्ताक्षर अवश्य किए हैं परंतु पूरा मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं विस्तार से मामले की जानकारी लूंगा जिसके बाद ही कुछ स्पष्ट होगा । ‘‘

श्री पैंकरा,जिला मिशन समन्वयक,राजीव गांधी शिक्षा मिशन


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