जशपुर @ योगेश थवाईत,टीम पत्रवार्ता ,28 सितम्बर 2019
जशपुर जिले में 5 बाक्साइड उत्खनन के लिए पट्टे जारी किये जाने के बाद खनन की सुगबुगाहट से जिले की सियासत गरमा गई है वहीँ जशपुर जिले में बाक्साईड खनन के विरोध में जिले के ग्रामीण,आदिवासी,वनवासी एकजुट हो गए हैं।मूसलाधार बारिश के बीच हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने रैली का आगाज कर खनन का जमकर विरोध किया।पूर्व मंत्री गणेश राम भगत व जनजातीय सुरक्षा मंच के नेतृत्व में हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और एक स्वर में कहा "जल जंगल जमीन हमारा है।"
शनिवार को झमाझम बारिश के बीच जशपुर के बगीचा ब्लाक मुख्यालय में हजारों आदिवासियों ने छाता पकड़कर बाक्साईड खनन के विरोध में रैली निकाली।जनजातीय सुरक्षा मंच के आह्वान पर हजारों आदिवासियों ने बाक्साइड उत्खनन के खिलाफ सड़क पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया।
मूसलाधार बारिश में छाता ओढ़कर अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए आंदोलन कर रहे ये ग्रामीण जशपुर जिले के हैं।जिन्हें डर है कि सरकार द्वारा किये जा रहे बाक्साईड खनन से उनकी संस्कृति उनका जंगल,जमीन उनसे छीन जाएगा।उन्हें चिंता है कि बाक्साइड उत्खनन की वजह से उनके घर मकान ना उजड़ जाएं।हफ्ते भर से हो रही लगातार बारिश के बावजूद जनजातीय सुरक्षा मंच के आह्वान पर हजारों आदिवासियों ने बगीचा में रैली निकालकर बाक्साइड खनन की तैयारियों को रोकने की माँग की।
पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने जशपुर जिले के बगीचा में आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि
जो गांव में रहता है वह सरकार है,सरकार को चलाने का काम जनता करती है।जो जनता चाहती है वही सरकार को करना चाहिए।अगर सरकार बाक्साईड खनन कर जनता के हितों के विपरीत कार्य करती है तो सरकारें चेत जाएं ये वही जनता है जो सरकार चुनती है कुर्सी में बिठाती है और जरुरत पड़ने पर कुर्सी से हटा भी देती है।बगीचा के पाठ क्षेत्र में बाक्साइड उत्खनन के लिए विभिन्न कंपनियों को पट्टे दिए जाने की सुगबुगाहट के बाद बाक्साइड उत्खनन को लेकर आदिवासियों में खासी नाराजगी है।
इस मौके पर जनजातीय सुरक्षा मंच के संयोजक पूर्व मंत्री गणेशराम भगत ने जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत पर जमकर निशाना साधा।गणेशराम भगत ने खाद्य मंत्री को अपना बेटा बोलते हुए पेशा कानून को ठीक से पढ़ने की सलाह दी।कुछ दिनों पूर्व बाक्साइड खनन पर जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत का बयान आया था जिसमें खनन से उन्होंने राजस्व लाभ की बात कहते हुए बाक्साइड खनन का समर्थन किया था।
पेशा एक्ट का सरासर उल्लंघन
पूर्व मंत्री ने पत्रवार्ता से कहा कि जशपुर जिले में पेशा कानून लागू है जहां आदिवासी वनवासी हितों के विपरीत कोई कार्य नहीं किया जा सकता।यहां किसी भी नए कार्य को शुरु करने के लिए ग्रामीणों का समर्थन जरुरी है।जब तक विधिवत ग्रामसभा का आयोजन कर ग्राम पंचायत की सहमति नहीं मिल जाती तब तक यहां कोई औद्योगिक कार्य,उत्खनन शुरु नहीं किया जा सकता।यदि सरकार यहां उत्खनन शुरू करती है तो यहां के हितों की रक्षा के लिए वे अपनी जान भी दे देंगे।
जनांदोलन को संबोधित करते पूर्व मंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि जान दे देंगे पर बाक्साईड का खनन नहीं होने देंगे।उन्होंने ग्रामीणों के हित में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने की मांग सरकार से की।उन्होंने बताया कि यहां की संस्कृति जल,जंगल,जमीन से जुड़ी है जब यहां की जमीन और जंगल सुरक्षित नहीं रहेंगे तो यहां के संस्कृति की रक्षा कैसे होगी..? सरकार को वनवासी हितों की रक्षा के लिए बाक्साईड खनन को रोकते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए।
बगीचा,बादलखोल,सुतरी,बुर्जुडीह,महनई समेत जिले के अन्य ईलाकों में बेतहाशा वनों की कटाई पर उन्होंने नाराजगी जताई। वन विभाग समेत जांच दलों की कार्यप्रणाली पर उन्होंने सवालिया निशान लगाते हुए स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की मांग की।
किसी धर्म का विरोध नहीं - गणेश राम
पूर्व मंत्री ने कहा वे ईसाई धर्म का विरोध नहीं करते।हर कोई अपने धर्म को मानने के लिए स्वतंत्र है।वे धर्मान्तरण व अवैध रुप से कार्य करने वालों के खिलाफ है।वहीं उन्होंने न्यायालयीन आदेश का हवाला देते हुए बताया कि अवैध जमीन पर बने चर्च के विरुद्ध फैसला आने पर उनपर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है जबकि वे ईसाईयों के विरोधी नहीं हैं।सभी आदिवासी हैं और आपस में सभी में भाईचारा है।
खनन के राजस्व आय के विरूद्ध पर्यटन को बढावा
अखिल भारतीय जनजातीय सुरक्षा मंच के हितरक्षा प्रमुख रामप्रकाश पांडे ने जनांदोलन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जशपुर की सुंदरता को उजाड़ने की पूरी तैयारी कर ली गई है।उन्होंने बताया कि सरकार ने जशपुर में बाक्साईड खनिज खनन के लिए बग़ीचा के पाठ ईलाके में पट्टा जारी कर इसके लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है।उन्होंने बाक्साईड खनन के एवज में शासन को होने वाली राजस्व के आय के विरूद्ध पर्यटन को बढावा देते हुए पर्यटन उद्योग से रोजगार के सृजन व आय की बात कही।उन्होंने मौजूदा सरकार से पर्यावरण के संरक्षण व पर्यटन के संवर्धन की दिशा में पहल करने की मांग की।`
देखिये गणेश राम ने कैसे साधा निशाना
0 Comments