कोरिया(पत्रवार्ता) पत्रवार्ता की खबर का बड़ा असर हुआ है।जनकपुर के कन्या आश्रम बड़वाही में पदस्थ सफाईकर्मी चंद्रकांता सिंह को उसके नवजात शिशु के साथ आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल द्वारा जबरन घसीटकर बाहर निकालने के मामले को पत्रवार्ता ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसके बाद राज्यमंत्री व् विधायक गुलाब कमरों के द्वारा मामले में संज्ञान लेकर जिला प्रशासन को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।
इस मामले में आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल को जिला प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीँ आरोपी शिक्षक पति पर जुर्म भी दर्ज किया गया है।
सहायक आयुक्त ललित शुक्ला ने बताया कि बड़वाही आदिवासी कन्या आश्रम में नई अधीक्षिका को पदस्थ किया गया है । प्राथमिक शाला उदकी में पदस्थ शिक्षिका लीलावती को अधीक्षिका की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
क्या था मामला
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड स्थित बड़वाही आदिवासी कन्या आश्रम से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।घटना 10 अगस्त की है जब दोपहर करीब 2.30 बजे प्राथमिक शाला कर्री में सहायक शिक्षक पंचायत के पद पर कार्यरत अधीक्षिका का पति रंगलाल सिंह पिता विजय सिंह आश्रम पहुंचा था।
जनकपुर के कन्या आश्रम बड़वाही में चंद्रकांता सिंह सफाईकर्मी के पद पर कार्यरत है और आश्रम के एक कमरे में निवास कर रही थी।वहीं आश्रम में अधीक्षिका के पद पर सुमीला सिंह की पदस्थापना की गई थी।
इसके बाद अधीक्षिका व उसका पति सफाई कर्मी के कमरे में जबरने घुस गए और मारपीट कर कमरे से घसीटकर बाहर निकाल दिया गया। वहीं कमरे का सामान फेंकने के बाद ताला जड़ दिया और सफाई कर्मी के नवजात को आश्रम परिसर के बाहर खुले आसमान के नीचे रखवा दिया। बारिश के मौसम में सफाई कर्मी को कमरे से बाहर निकालने की घटना के बाद ग्रामीणों का दिल पसीजा और गांव में ही एक किसान के घर आश्रय दिया गया था।
इसी से अधीक्षिका व उसके पति नाराज थे। फिर मौका पाकर उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और आश्रम अधीक्षिका व उसके शिक्षक पति को सस्पेंड कर दिया। रविवार को जांच टीम भी आश्रम में पहुंची।
आश्रम अधीक्षिका के शिक्षक पति रंगलाल ने यहां पदस्थ महिला सफाईकर्मी का पहले तो कमरे में रखा सारा सामान बाहर फेंकवा दिया।इसके बाद दोनों ने मिलकर महिला को धक्का देकर चारपाई से गिरा दिया और घसीटते हुए कमरे से बाहर कर दिया।
वायरल हुए इस वीडियो को देखकर हर किसी का खून खौल उठेगा।इस वीडियो में अमानवीय तरीके से आश्रम अधीक्षिका के पति ने मर्यादा की सारी सीमाओं को लांघते हुए अमानवीय कृत्य किया।
देखिए वीडियो
वीडियो में आप देख सकते हैं शिक्षक ने महिला का हाथ पकड़कर करीब 30 फिट तक घसीट कर उसे बाहर कर दिया। इस दौरान शिक्षक महिला के साथ गाली-गलौज करता रहा।
मामले में पीडि़ता ने आरोपी अधीक्षिका व पति के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी शिक्षक ने जानलेवा हमला कर मारपीट की और घसीटते हुए बाहर निकाल दिया है।उसकी तीन महीने की एक छोटी सी बच्ची है जिसे कमरे के बाहर रखवा दिया और उसके पति पर हमला किया गया था।
मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ आईपीसी की धारा 294,323,452,506 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
सहायक आयुक्त ने की त्वरित कार्रवाई
घटना के करीब 7 दिन बाद बड़वाही कन्या आश्रम में महिला सफाई कर्मचारी से मारपीट,कमरे से घसीटकर बाहर निकालने का मामला सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ।शनिवार की रात वायरल वीडियो देख लोग इस घटना की निंदा करने लगे।
बात जिले के कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने घटना को गंभीरता से लेते हुए आधी रात को व्हाट्सएप ग्रुप में ही आरोपी आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया।ललित शुक्ला सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने वाट्सएप ग्रुप में अधीक्षिका और आरोपी पति को तत्काल निलंबित करने की जानकारी दी।
लात मरता रहा और कहता रहा पुलिस कुछ नहीं कर सकती
पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि आश्रम अधीक्षिका व उसके पति जबरन उसके कमरे में घुस गए थे। और उसे घसीटते हुए बाहर निकाल दिया और गाली-गलौज कर लात घूसों से पिटाई की गई। घटना के समय अधीक्षिका का पति बोला कि मेरी मैडम के खिलाफ पुलिस में शिकायत करती है,जा वीडियो दिखा देना सरकारी कमरे में नहीं रहने दूंगा और न ही आश्रम के अंदर काम करने दूंगा।
भरतपुर तहसीलदार की मौजूदगी में लिया गया बयान
मामले की गंभीरता को देखते हुए रविवार को जांच टीम आश्रम पहुंची जहाँ भरतपुर तहसीलदार मनमोहन प्रताप सिंह बड़वाही आश्रम पहुंचे और पीडि़ता व उसके पति का बयान दर्ज किया।
वहीं आदिवासी विकास विभाग कोरिया की टीम द्वारा भी मौके पर पहुंचकर हर पहलू की बारीकी से जांच की गई।वहीं दूसरी ओर वीडियो वायरल होने के बाद अधीक्षिका के आरोपी पति के फरार होने की बात कही जा रही है।
इस मामले में आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल को जिला प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीँ आरोपी शिक्षक पति पर जुर्म भी दर्ज किया गया है।
इस मामले में आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल को जिला प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीँ आरोपी शिक्षक पति पर जुर्म भी दर्ज किया गया है।
विधायक गुलाब कामरो के निर्देश पर इस मामले की जाँच के लिए कांग्रेस की सात सदस्यीय टीम आज बड़वाही आदिवासी कन्या आश्रम पहुँची।जिसके बाद जनकपुर पुलिस भी हरकत में आई व मामले की जाँच के लिए आश्रम पंहुची।आदिवासी विकास विभाग की टीम व तहसीलदार भरतपुर मनमोहन सिंह भी मौके पर पंहुचे और पीड़िता से घटना की जानकारी ली।
सहायक आयुक्त ललित शुक्ला ने बताया कि बड़वाही आदिवासी कन्या आश्रम में नई अधीक्षिका को पदस्थ किया गया है । प्राथमिक शाला उदकी में पदस्थ शिक्षिका लीलावती को अधीक्षिका की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
क्या था मामला
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड स्थित बड़वाही आदिवासी कन्या आश्रम से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।घटना 10 अगस्त की है जब दोपहर करीब 2.30 बजे प्राथमिक शाला कर्री में सहायक शिक्षक पंचायत के पद पर कार्यरत अधीक्षिका का पति रंगलाल सिंह पिता विजय सिंह आश्रम पहुंचा था।
जनकपुर के कन्या आश्रम बड़वाही में चंद्रकांता सिंह सफाईकर्मी के पद पर कार्यरत है और आश्रम के एक कमरे में निवास कर रही थी।वहीं आश्रम में अधीक्षिका के पद पर सुमीला सिंह की पदस्थापना की गई थी।
इसके बाद अधीक्षिका व उसका पति सफाई कर्मी के कमरे में जबरने घुस गए और मारपीट कर कमरे से घसीटकर बाहर निकाल दिया गया। वहीं कमरे का सामान फेंकने के बाद ताला जड़ दिया और सफाई कर्मी के नवजात को आश्रम परिसर के बाहर खुले आसमान के नीचे रखवा दिया। बारिश के मौसम में सफाई कर्मी को कमरे से बाहर निकालने की घटना के बाद ग्रामीणों का दिल पसीजा और गांव में ही एक किसान के घर आश्रय दिया गया था।
बताया जा रहा है कि माह के प्रथम रविवार को कुछ लोग कन्या आश्रम में फ्रेंडशिप दिवस मनाने आए थे। बालिकाओं की सुरक्षा को देखते हुए महिला सफाईकर्मी ने इसकी शिकायत थाने में कर दी थी।जिसके कारण वह बौखला गया था।
इसी से अधीक्षिका व उसके पति नाराज थे। फिर मौका पाकर उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और आश्रम अधीक्षिका व उसके शिक्षक पति को सस्पेंड कर दिया। रविवार को जांच टीम भी आश्रम में पहुंची।
आश्रम अधीक्षिका के शिक्षक पति रंगलाल ने यहां पदस्थ महिला सफाईकर्मी का पहले तो कमरे में रखा सारा सामान बाहर फेंकवा दिया।इसके बाद दोनों ने मिलकर महिला को धक्का देकर चारपाई से गिरा दिया और घसीटते हुए कमरे से बाहर कर दिया।
इस घटना का वीडियो जब सोशल मिडिया पर वायरल हुआ तो पत्रवार्ता ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया।
वायरल हुए इस वीडियो को देखकर हर किसी का खून खौल उठेगा।इस वीडियो में अमानवीय तरीके से आश्रम अधीक्षिका के पति ने मर्यादा की सारी सीमाओं को लांघते हुए अमानवीय कृत्य किया।
देखिए वीडियो
वीडियो में आप देख सकते हैं शिक्षक ने महिला का हाथ पकड़कर करीब 30 फिट तक घसीट कर उसे बाहर कर दिया। इस दौरान शिक्षक महिला के साथ गाली-गलौज करता रहा।
मामले में पीडि़ता ने आरोपी अधीक्षिका व पति के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी शिक्षक ने जानलेवा हमला कर मारपीट की और घसीटते हुए बाहर निकाल दिया है।उसकी तीन महीने की एक छोटी सी बच्ची है जिसे कमरे के बाहर रखवा दिया और उसके पति पर हमला किया गया था।
मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ आईपीसी की धारा 294,323,452,506 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
सहायक आयुक्त ने की त्वरित कार्रवाई
घटना के करीब 7 दिन बाद बड़वाही कन्या आश्रम में महिला सफाई कर्मचारी से मारपीट,कमरे से घसीटकर बाहर निकालने का मामला सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ।शनिवार की रात वायरल वीडियो देख लोग इस घटना की निंदा करने लगे।
बात जिले के कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने घटना को गंभीरता से लेते हुए आधी रात को व्हाट्सएप ग्रुप में ही आरोपी आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया।ललित शुक्ला सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने वाट्सएप ग्रुप में अधीक्षिका और आरोपी पति को तत्काल निलंबित करने की जानकारी दी।
लात मरता रहा और कहता रहा पुलिस कुछ नहीं कर सकती
पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि आश्रम अधीक्षिका व उसके पति जबरन उसके कमरे में घुस गए थे। और उसे घसीटते हुए बाहर निकाल दिया और गाली-गलौज कर लात घूसों से पिटाई की गई। घटना के समय अधीक्षिका का पति बोला कि मेरी मैडम के खिलाफ पुलिस में शिकायत करती है,जा वीडियो दिखा देना सरकारी कमरे में नहीं रहने दूंगा और न ही आश्रम के अंदर काम करने दूंगा।
वहीं जहां शिकायत करनी है,कर देना।पुलिस भी मेरा कुछ नहीं कर सकती है। घटना के समय मोबाइल से वीडियो बनाने पर पीडिता के पति को भी अधीक्षिका के पति ने गाली-गलौज कर मारना शुरू कर दिया था।
भरतपुर तहसीलदार की मौजूदगी में लिया गया बयान
मामले की गंभीरता को देखते हुए रविवार को जांच टीम आश्रम पहुंची जहाँ भरतपुर तहसीलदार मनमोहन प्रताप सिंह बड़वाही आश्रम पहुंचे और पीडि़ता व उसके पति का बयान दर्ज किया।
वहीं आदिवासी विकास विभाग कोरिया की टीम द्वारा भी मौके पर पहुंचकर हर पहलू की बारीकी से जांच की गई।वहीं दूसरी ओर वीडियो वायरल होने के बाद अधीक्षिका के आरोपी पति के फरार होने की बात कही जा रही है।
इस मामले में आश्रम अधीक्षिका सुमिला व शिक्षक पति रंगलाल को जिला प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीँ आरोपी शिक्षक पति पर जुर्म भी दर्ज किया गया है।
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