रायपुर,20अगस्त2019(पत्रवार्ता) छत्तीसगढ़ में सरकारी विभाग में तबादला शुरू होने के साथ ही ट्रांसफर दलाल सक्रिय हो गए हैं। प्रदेश में शिक्षाकर्मियों के तबादले को दलालों ने वसूली का हथियार बना लिया है। एक ऐसा ही मामला जब सामने आया, तो शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने खुद दलाल से फोन पर बात की और पूछा कि ट्रांसफर कराने के लिए कितना पैसा लगेगा।
मंत्री प्रेमसाय ने ट्रांसफर दलाल से छत्तीसगढ़ी में बात करते हुए खुद को कवर्धा का राम सिंह बताया। दलाल ने मंत्री से कहा कि अभी ट्रांसफर की पूरी सूची बन गई है। अब अगले साल तबादला होगा। इस पर मंत्री ने पूछा कि कितना पैसा लगेगा, तो दलाल ने कहा अगले साल बताऊंगा।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा विभाग में करीब 30 हज़ार आवेदन तबादले के आये हैं। सरकार ने 23 अगस्त तक तबादले का समय बढ़ा दिया है। इसका फायदा दलाल उठा रहे हैं और विभागों से ट्रांसफर के लिए आवेदन करने वालों की सूची लेकर अधिकारियों कर्मचारियों से सीधा संपर्क कर रहे हैं। यही नहीं कई दलाल तो अग्रिम पैसा भी ले रहे हैं और तबादला कराने का दावा करते सरकारी दफ्तरों में घूम रहे हैं। दलाल खुद को मंत्री या अफसर का करीबी बताकर वसूली कर रहे हैं।
ट्रांसफर दलाल के सक्रिय होने की सूचना मिलने के बाद मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को ट्रांसफर पारदर्शी तरीके से करने व ट्रांसफर दलालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। दरअसल मामला यह है कि एक दलाल ने शिक्षाकर्मी को ट्रांसफर कराने के लिए एक पोस्टकार्ड भेजा। उसमें अपना नम्बर दिया और संपर्क करने की बात कही। जब इसकी जानकारी शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम को लगी, तो उन्होंने पोस्टकार्ड पर दिए नम्बर पर खुद बात की।
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