... कैलाश गुफा में नहीं होगी पत्थरगढ़ी-गणेशराम भगत। विकास कार्य में बाधक बनना समाज हित मे नहीं,मिलकर निकालेंगे समस्या का हल।

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कैलाश गुफा में नहीं होगी पत्थरगढ़ी-गणेशराम भगत। विकास कार्य में बाधक बनना समाज हित मे नहीं,मिलकर निकालेंगे समस्या का हल।



जशपुर (पत्रवार्ता) जनजातीय सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए पूर्व मंत्री गणेश राम भगत बगीचा पंहुचे।यहां मंगल भवन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि कैलाश गुफा में सड़क बन रही है,विकास का कार्य हो रहा है उस पर अवरोध उत्पन्न करना ठीक नहीं है।यहां किसी भी हालत में माहौल बिगड़ना नहीं चाहिए।

उन्होंने बताया कि कैलाश गुफा के सारूढाब,सोनगेरसा व आसपास के इलाके के कुछ लोगों द्वारा उस क्षेत्र में पत्थरगढ़ी जैसी तैयारी की सुगबुगाहट की खबर उन्हें मिली है।जिसपर उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र के जाति,जनजातीय समाज को तालमेल बिठा कर समस्या का हल निकालना चाहिए और विकास के कार्य को होने देना चाहिए।स्वीकृत सड़क के निर्माण से सबका भला होगा और सड़क का लाभ सभी को मिलेगा।यहां पत्थरगढ़ी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।

कैलाश गुफा आश्रम प्रबंधन द्वारा लोकनिर्माण विभाग के सड़क निर्माण में अवरोध उत्पन्न किये जाने के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण का कार्य कौन रोक रहा है यह तो देखने वाली बात है।यदि विकास का कार्य हो रहा है तो उसे होने देना चाहिए।

क्या है मामला।
प्रदेश की पूर्व सरकार द्वारा जिले के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल कैलाश गुफा में मुख्य चौक देवडाँड़ मार्ग से गुफा स्थल तक 6.2 किलोमीटर की पक्की सड़क के लिए 18 करोड़ 49 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।उक्त कार्य की तकनीकी स्वीकृति 16 करोड़ 79 लाख की मिली है जिसमें बड़े पुल के साथ सड़क निर्माण का कार्य किया जाना है।यह सड़क 7 मीटर चौड़ी होगी जिसमें लोगों को सुगम यातायात मिल सकेगा।उक्त कार्य का टेंडर पूरा हो चुका है और लोकनिर्माण विभाग द्वारा संबंधित ठेकेदार को कार्यादेश भी जारी किया जा चुका है।

उक्त निर्माण के शुरुआत किये जाने से पहले ही गहिरा गुरु आश्रम प्रबंधन द्वारा स्वीकृत कार्य मे अवरोध उत्पन्न करते हुए नया प्रस्ताव दिया गया है।आश्रम प्रबंधन द्वारा प्रस्तावित सड़क के नक़्शे में परिवर्तन की मांग की जा रही है।

वर्तमान सड़क के दाहिने ओर राजामठ की ओर मेला स्थल बनाने के साथ दूसरे क्षेत्र से नए सड़क निर्माण की मांग की जा रही है जिसमें कई वनभूमि,वृक्ष के साथ निजी भूमि भी हैं जो सीधे तौर पर प्रभावित हो सकते हैं और इसमें काफी लंबा समय लग सकता है।

सड़क निर्माण को लेकर यहां के ग्रामीणों के बीच काफी खुशी का माहौल देखने को मिल रहा था।वहीं अब विकास कार्य मे गतिरोध उत्पन्न होने से सामाजिक सद्भाव बिगड़ता नजर आ रहा है।पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने मिलकर इसका हल निकालने की बात कही है।





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